"जो रोजगार की बात करेगा, वही युवाओं पर राज करेगा"- बेरोजगार युवा

युवाओं का कहना- सरकार शिक्षा और रोजगार के नाम पर नौटंकी कर रही है
जयपुर के शहीद स्मारक पर युवाओं का जमावड़ा
जयपुर के शहीद स्मारक पर युवाओं का जमावड़ा
शहीद स्मारक पर मौजूद बेरोजगार
शहीद स्मारक पर मौजूद बेरोजगार

डेस्क न्यूज. राजस्थान में बेरोजगारों का सरकार से असंतोेष बढ़ता जा रहा है। लगातार अभ्यर्थी सरकार से रीट में पदों को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार है कि युवाओं की बात सुनने को तैयार ही नहीं है। ऐसा नहीं है कि सरकार ने युवाओं से वार्ता नहीं की, लेकिन वार्ता में केवल ओर केवल आश्वासन मिला, लेकिन युवाओं ने ठान लिया है कि अब आश्वासन से काम नहीं चलेगा। जब तक सरकार मांगों को पूरा नहीं कर देती तब-तक आंदोलन जारी रहेगा।

रीट में पद बढ़ाने की मांग को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर युवाओं का जमावड़ा

60 दिनों से ज्यादा का समय हो गया है और युवा रीट में पद को बढ़ाने की मांग को लेकर लगातार जयपुर के शहीद स्मारक पर डटे हुए हैं। बेरोजगार युवाओं का कहना है कि हम सरकार से अब आर-पार के मूड में हैं। अगर सरकार ने हमारी बात नहीं सुनी, तो आने वाले समय में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

क्या है पूरा मामला

24 दिसंबर 2018 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 31 हजार पदों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा की घोषणा की थी, लेकिन उसके बाद कोरोना के चलते परीक्षा की तारीख तीन बार टालनी पड़ी, लेकिन जब दूसरी लहर का प्रकोप थोड़ा कम हुआ तो सरकार ने 26 सितंबर को इस बड़ी परीक्षा का आयोजन कराया। उस समय जब मुख्यमंत्री ने रीट के 31000 पद की घोषना की थी, उस समय इतने पद काफी थे लेकिन इस दौरान बड़ी सख्या में शिक्षक सेवानिवृत्त हुए हैं। स्कूल में शिक्षकों के ऊपर बोझ बढ़ा है।

"जो रोजगार की बात करेगा, वही युवाओं पर राज करेगा"- बेरोजगार युवा

सरकार को हमारी मांग सुननी चाहिए। 12 तारीख को राहुल गांधी आ रहे हैं, युवाओं के नाम पर झूठी राजनीति की जा रही है। राजस्थान का युवा पिछले कुछ समय से रीट के 31000 पदों को बढ़ा कर 50000 करने की मांग कर रहा हैं लेकिन सरकार नहीं सुन रही। सरकार शिक्षा और रोजगार के नाम पर नौटंकी कर रही है। अगर सरकार ने हमारी बात नहीं सुनी तो सरकार 12 तारीख के लिए भी तैयार रहे।

सरकार नहीं मानती हैं मांग तो 12 तारीख को सरकार की रैली का रैला निकाल देगें- बेरोजगार युवा

शहीद स्मारक पर धरना दे रहे एक बेरोजगार युवा का कहना है कि हमारी मांग वाजिब है। हाल ही में आयोजित हुई परीक्षा में हमारा चयन हो जाए हम कुछ नहीं कह सकते क्योकि पेपर को आउत किया गया था इस बात को सरकार भी अच्छे तरीके से जानती है। लेकिन इन सभी चीजों के वाबजूद सरकार ने पेपर को रद्द नहीं किया। भजन लाल और बत्ती लाल के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हुई। सरकार बात को नहीं मान रही है इसके बदले सरकार तो रैली में लग रही है। अगर सरकार हमारी मांग नहीं सुनती है तो सरकार की रैली का रैला निकाल देंगे।

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