रणवीर तंवर की रिपोर्टः आसाराम का केस जैसे ही मेरी झोली में आकर गीरा, तब मुझे लगा कि आज मेरे पास अपने आप को साबित करने का मौका है। आसााराम के करोड़ों फॉलोवर्स थे.... आवेश में आकर लिया गया मेरा एक भी फैसला केस का रोडा बन सकता था... इसलिए मैंने इसीकी पूरी योजना बनाई कि कैसे मीडिया के जरिए लोगों तक आसााराम का सच पहुंचाना है.... और ऐसा मीडिया से क्या छिपाना है जिससे केस प्रभावित न हो....।
क्योंकि यहां केवल एक बच्ची को न्याय दिलाने की बात नहीं थी.... बल्कि उन सभी पीड़िताओ को न्याय दिलाना था जो आसाराम का शिकार हुई है और आगे हो सकतीं थीं..... ये कहना था एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस जयपुर (एसीपी) अजय पाल लांबा का। JLF के दौरान लांबा ने सेशन ‘कॉप नॉयर: द ट्रू बैकस्टोरीज’ में सतीश मेहता के साथ चर्चा की।
गौरतलब है कि लांबा ने आसााराम को अपने ही गुरुकुल की नाबालिग छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न के मामले में कारावास तक पहुंचाया। इस केस पर लांबा ने बुक लिखी है जिसमें इस पूरे मामलों को विस्तार से दर्शाया गया है।