Alert In Rajasthan: पिछले कुछ दिनों से राजस्थान में बेमौसम बरसात और ओले गिरने की वजह से फसल को काफी नुकसान हुआ है। ओलो की वजह से फसल आड़ी गिर गई। ऐसे में अन्नदाताओं की स्थिति बड़ी दयनीय हो गई है।
ये मौसम किसी के लिए भी सुहाना हो सकता है लेकिन उस किसान के लिए नहीं जो सालभर मेहनत कर अपने बच्चे की तरह फसल को पालता है। दिन रात एक कर देने वाले उस किसान की मनोस्थिति आज वैसी है जैसे परिवार के किसी सदस्य को खो दिया है।
दरअसल, राजस्थान के ऊपर एक साइक्लोनिकल सर्कुलेशन सिस्टम बन रहा है। इसके कारण जोधपुर, बीकानेर, अजमेर, भरतपुर और जयपुर संभाग के जिलों में 23 से 25 मार्च तक तेज हवा चलने के साथ बारिश और कहीं-कहीं ओलावृष्टि होने की संभावना है। इससे किसानों की परेशानीयां ओर अधिक बढ़ सकती है।
लगातार हो रही बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को बहुत नुकसान हुआ है। सालभर मेहनत कर बोई फसलों पर चंद मिनटों में बारिश ने पानी फेर दिया। किसानों की फसलें पानी पर तैरने लगी। बताया जा रहा है कि सबसे ज्यादा नुकसान ईसबगोल की फसल को हुआ है। ईसबगोल की फसल शत प्रतिशत खराब हो गई। वहीं जीरे में 50 से 60 फीसदी तक नुकसान हुआ है।
मंगलवार को पश्चिमी राजस्थान (बाड़मेर, जैसलमेर, गंगानगर) में देर शाम बारिश हुई। जैसलमेर और बाड़मेर में जहां दिन में गर्मी थी, वहां शाम होते-होते मौसम बदल गया और करीब 1MM बारिश हुई।
बीकानेर में तो आधे घंटे के दौरान 16MM तक बरसात हो गई, जो जिले में सात साल बाद मार्च के महीने में हुई सबसे अधिक बारिश है। यहां तेज बारिश के साथ कई जगह ओले भी गिरे।
वहीं गंगानगर, हनुमानगढ़ और बीकानेर जिले के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश के साथ ओले भी गिरे। सबसे ज्यादा बारिश और ओले लूणकरणसर में गिरे।