Ashok Gehlot attacks Ministers: पिछले दिनों विधानसभा और सदन से बाहर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी को लेकर कई बार बीजेपी ने हमला बोला, जिसका जवाब सदन या बाहर सत्ता पक्ष के मंत्रियों और सदस्यों की ओर से पुरजोर तरीके से नहीं दिया गया। इसको लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रिपरिषद की बैठक में कड़ी नाराजगी जताते हुए अपने मंत्रियों को लताड़ लगाई।
गहलोत ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार से इतना किस बात का डर लग रहा है कि अपने नेताओं पर होने वाली टिप्पणी का जवाब भी नहीं दिया जा रहा है। सीएम अशोक गहलोत ने अपने मंत्रियों से पूछा- आखिर किस बात का डर है जो विधानसभा में विपक्ष की ओर से जो आरोप लगाए जाते हैं , उसका पलटवार पुरजोर तरीके से एकजुट होकर नहीं किया जाता। गहलोत यहीं नहीं रुके और सख्त लहजे में सवाल दागा कि क्या किसी ने कोई घोटाला किया हुआ है ? जिसकी वजह से वह ईडी या सीबीआई के डर से खामोश हैं।
सीएम के इस सवाल से प्रदेश के मंत्रियों की छवि पर सवालिया निशान लग गए हैं। इससे सरकार की विश्वसनीयता भी सवालों के घेरे में है। सत्ता पक्ष के ही कई विधायक पहले से मंत्रियों पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप जड़ते रहे हैं। साथ ही ब्यूरोक्रेट पर भी मिलीभगत और अनदेखी के आरोप लगते रहे हैं।
बताया जा रहा है कि कुछ मंत्रियों और विधायकों के भ्रष्टाचार की शिकायत दिल्ली आलाकमान तक भी पहुंची है, साथ ही कुछ मंत्रियों की अनुशासनहीनता का मामला भी सोनिया गांधी और राहुल गांधी को बताया गया है। ऐसे में अभी माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस के कुछ नेताओं और मंत्रियों पर गाज गिर सकती है। दरअसल विधानसभा में पिछले दिनों गहलोत सरकार के मंत्रियों ने अपनी सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे।
सांगोद के विधायक और पूर्व मंत्री भरत सिंह ने खनिज मंत्री प्रमोद जैन पर आरोप जड़ा कि मैं साफ कह रहा हूं खनिज मंत्री ही अवैध खनन करवा रहे हैं।
विधायक भरत सिंह खान मंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कई बार मुख्यमंत्री को पत्र लिख चुके हैं।
बेगूं से कांग्रेस विधायक राजेन्द्र विधूड़ी ने कहा, सीएम गहलोत रीट की सीबीआई जांच से डरते हैं क्योंकि उन्हें डर है कि उनका मंत्री जेल चला जाएगा।
विधानसभा उपाध्यक्ष और विधायक रामनारायण मीणा ने कहा, मंत्री घमंड में है। आम लोग तो दूर की बात है पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए ही मंत्रियों के बंगलों के दरवाजे बंद है। सचिवालय में मंत्री बैठते नहीं है।
विधायक और देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह अवाना ने कहा, सार्वजनिक निर्माण विभाग में घटिया किस्म का काम हो रहा है। घटिया किस्म की सड़क बनाने वाले ठेकेदारों और इंजीनियरों को सार्वजनिक निर्माण मंत्री भजनलाल जाटव बचा रहे हैं।
विधायक जौहरीलाल मीणा ने कहा कि सीएम तो ठीक है,लेकिन मंत्री और अफसरों ने सरकार की छवि खराब कर रखी है।
विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा ने कहा, दलितों की जमीनों पर कब्जे हो रहे हैं, लेकिन मंत्री और अफसर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा का कहना है कि पुलिस महानिदेशक एम।एल।लाठर को भाजपा नेता जसवंत गुर्जर ने कार उपहार में दी थी। लाठर भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं।
विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने कहा कि अधिकारियों के गलत कार्यों से सरकार की बदनामी हो रही है। मंत्री लोगों से दूर हैं।
नागरिक सुरक्षा राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने एक अखबार से बातचीत में कहा कि स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवााल लोगों से मिलते ही नहीं है। धारीवाल बेलगाम है। ज्यादातर मंत्रियों का व्यवहार ठीक नहीं है।
हेमाराम चौधरी ने अपने क्षेत्र में काम नहीं होने का हवाला देकर विधायक पद से इस्तीफा भेजा था
कांग्रेस विधायक अमीन खान ने विधानसभा में अल्पसंख्यकों को दरकिनार करने के सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि सरकार गलतफहमी में ना रहे।