राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में डूबने से हुए दो हादसों पर ट्वीट कर संवेदनाएं व्यक्त की, लेकिन एक में मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता की घोषना की, जबकि दुसरे हादसे में कोई आर्थिक सहायता देने का कोई हवाला नहीं है। इसी को लेकर अब प्रदेश में राजनीति गर्मा गई है। विपक्ष ने तुष्टीकरण की राजनीति करने का गहलोत सरकार पर आरोप मंडते हुए हमला करना शुरु कर दिया है । विपक्ष ने गहलोत के ट्वीट का हवाला देते हुए आरोप लगाया है कि गहलोत सरकार ने खुद जता दिया है कि वे हिंदूओं के प्रति उनका कैसा रवैया है । गौरतलब है कि गहलोत के द्वारा किए गए एक ट्वीट में मृतक के मुस्लिम होने के कारण 5 लाख रुपये देने की बात लिखी है । जबकि दूसरे ट्वीट में मृतक हिन्दू होने के कारण केवल संवेदना व्यक्त की गई है । इसी को लेकर अब विपक्ष ,सरकार पर हमलावर हो गया है ।
दरअसल, श्रीगंगानगर जिले के रामसिंहपुर गांव में रविवार को खेत में पानी के डिग्गी (छोटा तालाब) में नहाने के दौरान डूबने से पांच बच्चों की मौत हो गयी. इनमें दो लड़कियां और तीन लड़के शामिल हैं। ये बच्चे एक हिंदू परिवार से थे। इस पर सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, 'श्री गंगानगर के रामसिंहपुर क्षेत्र के उदाससर गांव खेत में पानी की डिग्गी में डूबने से पांच बच्चों की मौत की खबर बेहद दुखद है । मेरी गहरी संवेदनाएं बच्चों के माता-पिता और परिवार के साथ हैं, ईश्वर इस कठिन समय को सहने की शक्ति प्रदान करें।
वहीं दूसरी घटना में जोधपुर जिले के बेंदती कला गांव के तालाब में डूबने से दो मुस्लिम युवकों की मौत हो गयी । इस घटना पर सीएम ने ट्वीट किया, 'जोधपुर के बेंदती कला गांव के तालाब में डूबने से दो युवकों श्री रहमतुल्लाह और श्री अकरम की मौत दुखद है. मैं ईश्वर से मृतकों की आत्मा को शांति और शोक संतप्त परिवारों को हिम्मत देने की प्रार्थना करता हूं। चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना के तहत मृतक के परिजन को 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी। मैं फिर से राज्य के लोगों से बारिश के मौसम में हर संभव सावधानी बरतने की अपील करता हूं। जरा सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।
दोनों घटनाएं रविवार की हैं और सीएम ने एक ही दिन में दोनो ट्वीट भी किये है, लेकिन सीएम के ट्वीट के बाद लोगों में सरकार के प्रति नाराजगी है । लोगों का कहना है कि सीएम ने सिर्फ पांच हिंदू बच्चों की मौत पर दुख जताया है, वहीं दो मुस्लिम युवकों की मौत पर शोक जताते हुए पांच लाख रुपये की सहायता राशि देने की बात कही है । यह स्पष्ट हो गया है कि हिंदुओं के प्रति सरकार की मानसिकता क्या है। लोग सोशल मीडिया पर सीएम गहलोत के खिलाफ गुस्सा निकाल रहे हैं।