
Rajasthan Election 2023: राजस्थान में 25 नवंबर को होने वाले चुनाव में मतदाताओं को फोटो युक्त पर्ची की जगह 5 दिन पहले क्यूआर कोड वाली वोटर स्लिप दी जाएगी।
इसको स्कैन करते ही उनकी जानकारी के साथ ही विधानसभा क्षेत्र और मतदान केंद्र की जानकारी मिल जाएगी। इससे मतदाताओं को मतदान केंद्र खोजने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा।
निर्वाचन विभाग की तरफ से दिव्यांग और बुजुर्ग लोगों को होम वोटिंग की सुविधा दी गई है। इसी के साथ ही पहली बार क्यूआर कोड वाली वोटर स्लिप मतदाताओं को पहली बार दी जाएगी।
निर्वाचन विभाग की ओर से 1 करोड़ 25 लाख परिवार को पॉकेट गाइड भी दी जाएगी। इस बार जयपुर जिले में 50 लाख 95 हजार 362 वोटर्स वोट डालेंगे।
वोटर स्लिप में मतदाता की फोटो की जगह क्यूआर कोड होगा, जिसको स्कैन करते ही मतदान केंद्र समेत सारी जानकारी मिल जाएगी।
नई व्यवस्था के तहत वोटर स्लिप निर्वाचन विभाग की ओर से जिला अधिकारी को दी जाएगी। यहां से विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर फिर सुपरवाइजर से बीएलओ के पास पहुंचेगी।
इसके साथ ही बीएलओ घर-घर जाकर इसका सत्यापन करेंगे की पर्ची सही वोटर्स को मिल रही है या नहीं।
स्लिप पर मतदाता का नाम, फोटो की जगह क्यूआर कोड, हेल्पलाइन नंबर, मतदान केंद्र की जानकारी, सूची में नाम कौन से नंबर पर है आदि जानकारी अंकित रहेगी।
पर्ची के साथ 12 तरह के दस्तावेजों में आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मनरेगा जॉब कार्ड, पासपोर्ट सहित 12 तरह के दस्तावेजों में से एक ले जाना अनिवार्य है।
क्यूआर कोड वाली पर्ची का जारी करने का मकसद चुनाव में पारदर्शिता और मतदाताओं को घर बैठे जानकारी मिल सकेगी।
जयपुर जिले के 19 विधानसभा क्षेत्रों के कुल 4 हजार 691 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। इन मतदान केंद्रों पर 6420 बैलेट यूनिट, 5623 कंट्रोल यूनिट और 6089 वीवीपैट मशीनों से वोटिंग होगी।
सांगानेर में 16 और झोटवाड़ा में 18 प्रत्याशी होने से प्रत्येक मतदान केन्द्रों के लिए दो-दो बैलेट यूनिट आवंटित की गई है।