राजस्थान में कैसे कम होगा अपराध, जब प्रत्याशियों की छवि ही हैं धूमिल
राजस्थान में कैसे कम होगा अपराध, जब प्रत्याशियों की छवि ही हैं धूमिल

राजस्थान में कैसे कम होगा अपराध, जब प्रत्याशियों की छवि ही हैं धूमिल | Rajasthan Election 2023

राजस्थान में अपराध पर लगाम लगाने की बात करने वाली बीजेपी और कांग्रेस ने 20 प्रतिशत टिकट ऐसे प्रत्याशियों को दिए गए है। जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। भाजपा ने 43 तो कांग्रेस ने ऐसे ही 40 प्रत्याशी मैजान में उतारे हैं। सबसे ज्यादा मामले बाड़ी से विधायक व भाजपा प्रत्याशी गिर्राज सिंह मलिंगा पर 20 से ज्यादा मामले दर्ज है। जिसमे 2 पर अभी भी केस चल रहा है।

राजस्थान में अपराध पर लगाम लगाने की बात करने वाली बीजेपी और कांग्रेस ने 20 प्रतिशत टिकट ऐसे प्रत्याशियों को दिए गए है।

जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। भाजपा ने 43 तो कांग्रेस ने ऐसे ही 40 प्रत्याशी मैजान में उतारे हैं। सबसे ज्यादा मामले बाड़ी से विधायक व भाजपा प्रत्याशी गिर्राज सिंह मलिंगा पर 20 से ज्यादा मामले दर्ज है। जिसमे 2 पर अभी भी केस चल रहा है।

किरोड़ीलाल मीणा पर 12 आपराधिक मामले

किरोड़ीलाल मीणा पर 12, हनुमानगढ़ प्रत्याशी अमित चौधरी पर 10 मामले दर्ज है। इसी तरह कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक चौधरी पर 7, अभिमन्यु चौधरी पर 6 तो मुकेश भाकर और रामनिवास गावड़िया पर 5-5 केस दर्ज हैं।

इसको लेकर चुनाव आयोग ने दोनों पार्टियों से जवाब मांग है कि ऐसे प्रत्याशियों को टिकट क्यों दिया गया। जिनपर आपाराधिक मामले दर्ज है। गैर आपराधिक रिकॉर्ड वाले लोगों को टिकट क्यों नहीं दिया गया।

पार्टियों ने दिया आसान तर्क

पार्टियों ने सी-7 फॉर्मेट में आसान तर्क देने के साथ ही कहा है कि किसी प्रत्याशी को सेवा करने की बहुत इच्छा थी, तो किसी को सबसे योग्य बताया गया है।

मामला दर्ज होने के लिए ज्यादातर के खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र में फंसाने की बात चल रही है। भाजपा ने आपराधिक पृष्ठभूमि वालों को टिकट की वजह के कॉलम में सभी के लिए एक जैसा जवाब लिखा है।

जिसमे बेहतर राजनीतिक कौशल, लोगों और राष्ट्र सेवा की इच्छा जाहिर की है। कांग्रेस ने अलग-अलग कारण गिनाए है, लेकिन आपराधिक रिकॉर्ड के पीछे एक सा तर्क दिया गया है। साथ ही छवि धूमिल करने को केस या राजनीतिक षड़यंत्र बताया गया है।

वहीं सीएम गहलोत पर लगे केस को भी कांग्रेस ने राजनीतिक षड़यंत्र बताए है। कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक चौधरी पर 7, अभिमन्यु चौधरी 6, मुकेश भाकर 5, रामनिवास गावड़िया 5, अशोक गहलोत 4, मनीष यादव, घासीलाल चौधरी और नईमुद्दीन पर 3 केस दर्ज है।

बता दें कि प्रदेश में सात ऐसी सीटें हैं जहां दोनों पार्टियों के प्रत्याशी पर केस दर्ज हैं। इनमें शाहपुरा, बाड़ी, ओसियां, मालवीय नगर, सांगानेर, कोलायत और मालपुरा शामिल है।

जहां दोनों पार्टियों के प्रत्याशियों पर कोई न कोई मामला दर्ज है। इसी के साथ ही 8 महिला प्रत्याशियों पर भी केस दर्ज है। जिसमे से तीन बीजेपी और पांच कांग्रेस से है।

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