
राजस्थान के डूंगरपुर जिले के चितरी थाना क्षेत्र के झिंझवा फला गांव में एक दिल दहलाने वाली घटना घटित हुई। यहां आस्था की आड़ में अंधविश्वास के चलते एक किशोरी ने माताजी का भाव आना बताकर खूब उत्पात मचाया। इस दौरान किशोरी ने अपनी 7 साल की चचेरी बहिन की गर्दन पर तलवार से वारकर उसकी हत्या कर दी। इतना ही नहीं किशोरी ने अपने पिता और काका पर भी हमला कर उन्हें घायल कर दिया। पुलिस ने आरोपी किशोरी को पकड़ लिया है।
चितरी थाने के थानाधिकारी गोविन्द सिंह ने बताया चीतरी झिंझवा फला में शंकर पुत्र रामजी डेण्डोर के घर पर हरियाली अमावस्या के दिन से दशामाता की प्रतिमा स्थापना कर रोजाना सुबह शाम पूजा अर्चना चल रही है। जिसके तहत रविवार रात को भी रोज की तरह दशा माता की पूजा आरती का कार्यक्रम रात 8 बजे से शुरू हुआ और देर रात तक चलता रहा। इसी दौरान शंकर की 15 साल की पुत्री हाथों में नंगी तलवार लेकर माता का भार आना बताते हुए लोगों से कहने लगी कि मैं सबको मार डालूंगी। यह कहते हुए तलवार लेकर घर आंगन में दौड़ने लगी।
शंकर और उसका बड़ा भाई सुरेश ने किशोरी को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान किशोरी ने अपने पिता व काका पर तलवार से वार किया, इससे दोनों को हल्की चोटें आई। उसके बाद परिवार के लोग इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान उसी घर में सुरेश की 7 साल की पुत्री पुष्पा घर के अंदर सोई हुई थी। किशोरी उसके पास गई और उसे घसीटते हुए मकान के दूसरे हिस्से में ले जाकर तलवार से ताबड़तोड़ वार कर गर्दन धड़ से अलग कर दी।
इधर जैसे-तैसे परिवार के लोगों ने घेरा डालकर किशोरी को पकड़ा। घटना की सूचना पर चीतरी थानाधिकारी गोविन्दसिंह मय जाप्ता मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। पुलिस ने आरोपी किशोरी को डिटेन कर लिया है। बांसवाडा से एसएफएल की टीम को बुलाया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।