राजस्थान में पेपर लीक का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कड़े नियम-कायदों और कानून को ताक पर रखकर सॉल्वर गैंग अपने मंसूबों में लगातार कामयाब हो रहा है। बड़ी संख्या में बेरोजगार युवा सरकारी भर्ती के लिए आवेदन करते हैं, लगन से तैयारी करते हैं, दूर-दराज के इलाकों में स्थित परीक्षा केंद्रों पर पहुंचते हैं और अंत में पेपर लीक हो जाता है।
बता दें कि ये एक या दो बार की बात नहीं है बल्कि ऐसा कई बार हो चुका है। अब राजस्थान में भर्ती आते ही युवाओं को परीक्षा रद्द होने का डर सताता है। ऐसा ही कुछ हुआ 24 दिसंबर (शनिवार) को राजस्थान सीनियर टीचर के पेपर के साथ परीक्षार्थी परीक्षा देने के लिए अपने-अपने परीक्षा केन्द्र पहुंच गए थे लेकिन फिर खबर आई की पेपर रद्द हो गया है।
ये कोई पहली बार नहीं था कि राजस्थान में इस तरह से पेपर लीक हुआ हो इससे पहले भी पेपर माफिया युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर चुके है। आइए जानते हैं कि राजस्थान में अब तक कौन-कौन से पेपर लीक हुए हैं।
लाइब्रेरियन भर्ती 2018 - पेपर लीक होने के कारण दिसंबर 2019 में होने वाली भर्ती परीक्षा रद्द हो गई
जेईएन सिविल डिग्री 2018-दिसंबर 2020 की परीक्षा पेपर लीक होने के कारण रद्द कर दी गई।
रीट लेवल-2 2021- सितंबर 2021 में हुई इस भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया, करीब चार महीने बाद भर्ती को रद्द किया गया।
कांस्टेबल भर्ती 2018- मार्च 2018 परीक्षा का पेपर लीक, परीक्षा रद्द
कांस्टेबल भर्ती 2022 - मई 2022 में दूसरी पारी का पेपर लीक, पेपर रद्द और दोबारा परीक्षा।
हाई कोर्ट एलडीसी भर्ती - मार्च 2022 में भर्ती परीक्षा का पेपर लीक, परीक्षा रद्द।
एसआई भर्ती 2022 - पेपर लीक मामले में 12 लोग गिरफ्तार, परीक्षा रद्द नहीं।
चिकित्साधिकारी 2021 - पहले दो बार ऑनलाइन हुई परीक्षा, गड़बड़ी के कारण बाद में कराई गई ऑफलाइन परीक्षा।
सीएचओ भर्ती 2022 - भर्ती के बाद पेपर लीक का मामला दर्ज।
वनरक्षक भर्ती 2020 - एक पारी का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल, परीक्षा रद्द, दोबारा परीक्षा।
बिजली विभाग तकनीकी हेल्पर भर्ती 2022 - छह केंद्रों पर परीक्षा रद्द।
द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2022 - सामान्य ज्ञान का पेपर लीक, परीक्षा रद्द।
पिछले चार साल में एक दर्जन से अधिक पेपर लीक हो चुके हैं, जिससे युवा परेशान हो गया है. राजस्थान में RPSC का पेपर लीक होना आम बात हो गई है। लोगों का कहना है कि पेपर माफिया नेताओं की आड़ में काम करते हुए हर बार पेपर बेच देते हैं।
अगर राजस्थान में यही स्थिति बनी रही तो क्या ये परीक्षाएं कराने का कोई औचित्य रहेगा? अब युवा राज्य सरकार से मांग कर रहे है कि पेपर लीक करने वाले दोषियों को तत्काल जेल भेजा जाए और नए कानून के तहत कार्रवाई की जाए, अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो आने वाले समय में कांग्रेस का राजस्थान से सुपड़ा साफ हो जाएगा।