जैसलमेर (Jaisalmer) में पोलजी के डेयरी गांव के पास मंगलवार सुबह 10 बजे के करीब बड़ा हादसा हो गया। (Bus Comes In Contact With High Voltage Wire) जानकारी के अनुसार लोक देवता सदाराम जी के मेले से लौटते समय जैसलमेर से 17 किलोमीटर दूर पोलजी की डेयरी के पास झूलते हुए तारों के कारण बस में अचानक करंट फैल गया। इससे बस के ऊपर बैठे लोगों में तीन लोगों की मौत हो गई वही 8 गंभीर घायल हो गए। बताया जा रहा है कि बस में करंट लगने से दो सगे भाइयों समेत 3 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। जान बचाने के लिए कई लोगों ने बस से छलांग लगा दी। हादसे में 8 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा सड़क पर बिजली के तार लटकने से हुआ। बड़ी संख्या में लोग छत पर भी बैठे थे।
बताया जा रहा है कि खिनिया और खुइयाला गांव के लोगों ने प्राइवेट बस किराए पर ली थी। सभी बस से सदाराम का मेला देखने गए थे। लौटते समय ओवरलोड बस में कुछ लोग बस की छत पर बैठे गए थे। बस की छत पर बैठे लोग सड़क पर लटके तारों के संपर्क में आए और करंट लगने से झुलस गए। बस से कूदकर कुछ लोग घायल हो गए।
जिला परिवहन अधिकारी टीकूराम ने बताया कि बस 56 सीटर थी, बस में क्षमता से अधिक यात्रियों की संख्या की जांच की जा रही है। बस की छत पर 8 घायल व झुलसे लोग बैठे थे। बस में करीब 60 से 70 सवारी बताई जा रही है। कलेक्टर प्रतिभा सिंह ने बताया कि हादसे की जांच की जा रही है। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मृतक परिवार में अकेले कमाने वाले थे।
हादसे में राणा राम (60), नारायण राम (55) पुत्र कीरता राम खिन्या और पद्मराम करण (42) की मौके पर ही मौत हो गई। प्रभु राम (30) निवासी नग्गा गंभीर रूप से घायल हो गया, उसे जोधपुर रेफर कर दिया गया। चीख पुकार पर आसपास लोगों की भीड़ जमा हो गई। एसपी भंवर सिंह ने बताया कि घायलों को जवाहर अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। एक की गंभीर हालत को देखते हुए जोधपुर रेफर कर दिया गया।
जिला प्रशासन भी मौके पर पहुंच चुका है इसी के साथ यह सूचना मिलने पर जैसलमेर जिला कलेक्टर प्रतिभा सिंह, जैसलमेर विधायक रुपाराम धनदेव, पुलिस अधीक्षक भंवर सिंह नाथावत,उप जिला प्रमुख डॉक्टर भूपेंद्र बारूपाल सहित कई नेता गण जवाहर चिकित्सालय परिसर पहुंच चुके हैं और परिजनों को ढांढस बंधा रहे हैं।
पोलजी के डेयरी गांव के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पीडब्ल्यूडी की ओर से सड़क निर्माण का काम चल रहा है। सड़क उंची होने की वजह से बिजली के तार नीचे आ गए। बस चालक को शायद इस बात का अंदाजा नहीं हुआ और बस तार के संपर्क में आ गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कई बार बिजली विभाग से तारों के लटकने की शिकायत की। इसके बाद भी सुनवाई नहीं हुई।