
Rajasthan Senior Citizen Tirth Yatra: इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि राजस्थान के वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा के नाम पर किस तरह परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस वीडियो में राजस्थान सरकार की "वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा" योजना की यात्री पोल खोलते हुए नजर आ रहे हैं।
यात्रियों का कहना है कि राजस्थान सरकार द्वारा उन्हें 100% सुविधा का भरोसा दिया गया था लेकिन यहाँ ऐसा कुछ भी नहीं है। ठहरने के लिए जो होटल मिला था उसका मैनेजर कॉल नहीं उठा रहा है, जो सरकार की तरफ से एजेंट साथ आया था वह भी फरार हो गया है।
यात्रियों ने कहा कि जब राजस्थान सरकार के पास कोई व्यवस्था नहीं थी तो हम लोगों को यहाँ लाकर इतना परेशान क्यों किया।
वीडियो में बुजुर्ग यात्रियों ने बताया की अशोक गहलोत ने बड़े-बड़े वादे किये थे लेकिंन वह सब झूठे निकलें, उन्होंने जिन सुविधाओं का जिक्र किया था उनमें से हम लोगों को एक भी सुविधा नहीं मिली। हम लोग कई किलो मीटर पैदल चल चुके हैं।
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि सरकार ना तो यात्रियों के ठहरने की व्यवस्थाएं करा पाई और न ही यातायात की सुविधा दिला पाई जिसके कारण बुजुर्ग यात्रियों को कई किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है।
इससे यह साबित होता है कि सरकार की हकीकत कुछ और है लेकिन वह केवल जनता की भलाई करने का दिखावा कर रही है।
"वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा" राजस्थान सरकार की वह योजना है जिसके अंतर्गत प्रति वर्ष 30,000 वरिष्ठ यात्रियों को तीर्थ यात्रा कराई जाती है जिनकी आयु 60 वर्ष से अधिक होती है। इस योजना के तहत वरिष्ठ यात्रियों को 22 तीर्थ सथ्लों की मुफ्त में यात्रा कराई जाती है।
तिरुपति
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द्वारकापुरी-सोमनाथ
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