तीन तलाक पर कानूनी पाबंदी के बाद जयपुर में दूसरा तीन तलाक का मामला सामने आया। आरोप है कि एक साल पहले बेटी के जन्म से परेशान पति ने तीन तलाक देकर पत्नी को घर से निकाल दिया था।
पीड़िता ने अपने पति के खिलाफ जयपुर के रामंगज थाने में तीन तलाक देने का मामला दर्ज कराया है। वहीं मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि कानूनी पाबंदियों के बावजूद जागरूकता की कमी और पुलिस के रवैये के कारण तीन तलाक अभी भी हो रहे है।
पीड़िता सनानाज की शादी दो साल पहले जयपुर में अमानुल्लाह से हुई थी। एक साल से ठीक चल रहा है। पीड़ित सना का कहना है कि एक साल पहले जब बेटी का जन्म हुआ तो उसका पति अमानुल्लाह के साथ उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगा। वह अपनी बेटी के जन्म से खुश नहीं था।
घर से निकलने की कोशिश की, पुलिस में मामला दर्ज कराया। लेकिन समझाने के बाद मामला वापस ले लिया गया, लेकिन पति के अत्याचार बंद नहीं हुए और तीन दिन पहले उसने परिवार के सामने तीन तलाक दे दिया और कहा कि अब तुम मेरी पत्नी नहीं हो। पीड़िता का कहना है कि आरोपी पति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
उधर, जयपुर के रामगंज थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। एसीपी रामगंज सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि पीड़िता ने पति पर तीन तलाक देने का आरोप लगाया, जिस पर रामगंज थाने में मामला दर्ज किया गया है। वहीं पीड़िता ने पूर्व में भी अपने पति के खिलाफ शिकायत दी थी। पीड़िता की शिकायत पर जांच शुरू कर दी गई है।
तीन तलाक के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने वाले सामाजिक कार्यकर्ता निशात हुसैन ने कहा कि तीन तलाक पर रोक के बावजूद इस तरह के मामले अब भी सामने आ रहे हैं। निशात हुसैन ने कहा कि इस पीड़ित महिला के मामले में सख्त कार्रवाई करवाते हुए देश में एक मिशाल पेश की जाएगी।
एक अगस्त 2019 को कानून बनाकर देश में तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाकर एक शानदार कदम उठाया गया था। उसके बाद यह बात सामने आई कि देश भर में तीन तलाक के मामलों में तेजी से कमी आई है। लेकिन अभी भी कई इलाकों में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।