हिंदुओं की धार्मिक आस्था का महीना सावन धीरे-धीरे करीब आता जा रहा है। यह महीना भगवान शिव का प्रिय समय माना जाता है और इस दौरान बड़ी संख्या में लोग व्रत रखकर शिव की पूजा करते हैं। धार्मिक मान्यता है कि सावन में भगवान अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और सावन में सोमवार का व्रत रखकर पूरी विधि से उनकी पूजा कर भक्तों पर कृपा बरसाते हैं।
भगवान शिव के रुद्राभिषेक का विशेष महत्व
सावन में भगवान शिव की पूजा करने से जीवन में सुख-शांति आती है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। सावन के पावन महीने में भगवान शिव के रुद्राभिषेक का विशेष महत्व माना जाता है। इसके अलावा सावन में काल सर्पदोष शांति के लिए विशेष पूजा की जा सकती है। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से लोगों को परेशानियों से भी मुक्ति मिलेगी।
14 जुलाई यानी गुरुवार से सावन का महीना शुरू हो जाएगा. इस पवित्र महीने का पहला सोमवार 18 जुलाई को होगा। दूसरा सोमवार 25 जुलाई को, तीसरा सोमवार 1 अगस्त को और चौथा सोमवार 8 अगस्त को होगा। आचार्य सर्वेश पांडेय के मुताबिक इस साल सावन में सिर्फ चार सोमवार ही रहेंगे क्योंकि 12 अगस्त को सावन का महीना खत्म होगा। सावन में सोमवार का व्रत कर भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। सावन के सोमवार को बड़ी संख्या में लोग व्रत रखते हैं और भोलेनाथ की विशेष कृपा प्राप्त करते हैं।