प्रयागराज महंत नरेंद्र गिरि की मौत को अभी चंद रोज भी नहीं बीते थे कि अब अयोध्या में एक साधु की संदिग्ध परिस्थितियों में मंदिर की तीसरी मंजिल से नीचे गिरने के कारण मौत हो गई है। जिस साधु की मौत हुई है उसकी पहचान मणिराम दास के रूप में की हुई । उनकी मौत श्री राम मंत्रार्थ मंडपम मंदिर के ऊपर से गिराने से हुई। पुलिस अब पोस्टमर्टम के लिए शव भेज कर मामले की जाँच शुरू कर चुकी है।
उनकी मृत्यु तीसरी मंजिल से नीचे गिरने की वजह से हुई है। पुलिस ने उनके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। ये आत्महत्या है या फिर हत्या पुलिस पता लगा रही है । कहा जा रहा है कि मरने से पहले बीते कुछ समय से साधु ने लोगों से बाते करनी कम कर दी थी। वह अकेले रहा करते थे और बहुत ही कम बाहर निकलते थे। उन्हें किसी बात की परेशानी थी या नहीं उन्होंने किसी से भी इसका जिक्र तक नहीं किया था।
शुरुआती जाँच में सामने आया है कि मृतक साधु मणिराम बीते कुछ समय से तनाव में जी रहे थे। हालाँकि, ऐसा किन कारणों से था यह स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस प्रशासन मृतक साधु के फोन नंबरों की डिटेल्स को खंगालने में जुट गया है। इसके साथ ही मंदिर प्रशासन समेत दूसरे साधुओं से पूछताछ की जा रही है।
गौरतलब है कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। महंत का शव बाघमबरी मठ में सोमवार (20 सितंबर 2021) को फाँसी के फंदे से लटकता मिला। इसके बाद उनके शिष्य आनंद गिरि ने उनकी हत्या का भी दावा किया।