दिवंगत अभिनेता शम्मी कपूर ने अपने वक्त में डांस की ऐसी शैली इजाद की जो आगे चलकर कई अभिनेताओं ने अपनाई। हम यहां शम्मी कपूर की बात इसलिए कर रहे हैं कि क्योंकि हाल ही में उनके बेटे आदित्य राज कपूर ने पिता शम्मी कपूर के निजी जीवन के बारे में खुलासा किया है। बता दें कि 1956 में जन्मे आदित्य शम्मी और गीता बाली के बेटे हैं। जब आदित्य नौ वर्ष के थे, तब तक उनकी माता का देहांत हो चुका था। शम्मी गीता के प्यार में थे उसके बाद उन्होंने गीता बाली से शादी कर ली। हालाँकि, 1965 में स्मॉलपॉक्स के कारण 34 वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु हो गई।
द टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए, आदित्य ने बताया कि कैसे गीता के निधन के कारण शम्मी किसी ऐसे श्ख्स की तलाश कर रहे थे जो उनके बच्चों के जीवन में एक माँ की तरह हो। आदित्य ने कहा कि दिग्गज अभिनेता ने अभिनेत्री मुमताज से शादी का प्रपोजल आने के बाद उनसे सपंर्क करने के बारे में भी सोचा था। बता दें कि शम्मी दिवंगत अभिनेता पृथ्वीराज कपूर के बेटों में से दूसरे नंबर के बेट थे। उनके बड़े भाई राजकपूर और छोटे भाई शशि कपूर थे।
आदित्य ने बताया कि मेरे पिता जीवन में बेहद स्पष्ट थे। वे चाहते थे कि कोई उनके बच्चों की देखभाल करे। वह देख रहे थे कि हमें एक मां की जरूरत है। लेकिन वे इसे लेकर कुछ कर नहीं पा रहे थे। आदित्य राजकपूर ने बताया कि मुझे नहीं लगता कि पिताजी गलत थे, वहीं मुझे ये भी नहीं लगता कि मुमताजी का मेरे पिता से शादी न करने का फैसला गलत था। असल में मुमताजजी अपने करियर पर फोकस करना चाहती थीं।
आदित्य ने बताया कि जब पिता शम्मी ने नीला देवी से शादी करने का फैसला किया तो उन्होंने हमें यानि अपने बच्चों को इसकी जानकारी नहीं दी। आदित्य ने कहा कि उनके पिता ने सुबह नीला से शादी की और हमें हमारी आंटी यानि राजकपूर जी की वाइफ कृष्णा राजकपूर के यहां छोड़ दिया गया था। आदित्य ने कहा कि शाम को जब वह अपने पिता से मिले तो शम्मी ने नीला को हमारी मां के तौर पर पेश किया।
उन्होंने नीला देवी से शादी करने से पहले हमें कुछ नहीं बताया था। सुबह उनकी शादी हुई। मैं अपने विंटर वैकेशंस के लिए घर आया था। मैं 13 साल का था। शाम को जब मैं पिता से मिला तो उन्होंने मुझे बताया कि नीला देवी मेरी मां हैं।
हालांकि, आदित्य ने बताया कि हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ा और हमनें नीला देवी का हमारी मां के रूप में दिल से स्वागत किया...। "मैं नीला देवी के पास गया और उन्हें गले लगा लिया...। मुझे मां मिल गई थी और मैं बेहद खुश था। मेरी दूसरी मां नीला देवी बेहद दयालु और बेहतरीन महिला हैं। उन्होंने फैसला किया कि हमारी आगे कोई संतान नहीं होगी। आदित्य ने बताया कि आखिर कितनी महिलाएं ऐसा करतीं हैं? और में दावे के साथ कह सकता हूं कि शम्मी कपूर और उनके दो पागल जैसे बच्चों यानि की हमारी परवरिश करना उनके लिए असान नहीं था।