अरुणाचल प्रदेश : रविवार को आए तूफान की चपेट में फंसे सेना के सात जवानों के रेस्क्यू ऑपरेशन कर रहे दल ने दो दिन बाद उनके शवों को खोज निकाला है । सेना की ओर से पहले ये जानकारी दी गई थी कि गश्ती दल के ये जवान केमांग सेक्टर के हाई एल्टिट्यूड वाले क्षेत्र में हिमस्खलन की चपेट में आकर बर्फ में फंस गए थे । जिनकी खोजबीन के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा था ।
इससे पहले सोमवार को सेना ने आधिकारिक तौर पर घटना की पुष्टि करते हुए कहा था कि अरुणाचल में सेना का गश्ती दल हिमस्खलन की चपेट में आ गया है। तभी से सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी था। सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बताया था कि इन सभी जवानों को बचाने के लिए स्पेशल टीम को मौके पर एयरलिफ्ट किया गया है । हालांकि दो दिन के ऑपरेशन के बाद भी किसी जवान को नहीं बचाया जा सका ।
भारतीय सेना के अधिकारियों का कहना है कि सर्दियों के महीनों में ऊंचाई वाले इलाकों में गश्त करना मुश्किल होता है, जिसके चलते अतीत में कई घटनाएं हो चुकी हैं और हमने अपने कई जवानों को खोया है । मई 2020 में सिक्किम में हिमस्खलन में सेना के दो जवान शहीद हो गए थे।
ऊंचाई वाले क्षेत्रों में शामिल सभी सशस्त्र बलों के जवानों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है। जिसमें उन्हें पर्वतीय शिल्प, बर्फ शिल्प और पहाड़ों में बर्फ से ढके क्षेत्रों में जीवित रहने और हिमस्खलन जैसी किसी भी घटना से निपटने, गश्त के दौरान आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण दिया जाता है।
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