कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बिहार के राज्य के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा पूज्य हिंदू ग्रंथ रामचरितमानस पर की गई अशोभनीय टिप्पणी को गलत करार दिया है।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के डीजी को भी ट्वीट कर बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री को बर्खास्त कर जेल भेजने की मांग की है, हालांकि ट्वीट में उनके शिकायती पत्र को काफी ट्रोल किया गया। किसी ने लिखा कि आपकी सरकार है, आप बिहार में बाहर से समर्थन दे रहे हैं तो शिकायती पत्र क्यों।
इसके तुरंत बाद आचार्य ने बिहार के शिक्षा मंत्री के खिलाफ ई-एफआईआर के माध्यम से शिकायती पत्र दिया। 14 जनवरी को शाम 5.06 बजे उन्होंने ई प्राथमिकी 198356-2023 के तहत अपनी शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने शिक्षा मंत्री के खिलाफ प्राथमिकी लिखकर तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
बता दें कि डॉ. चंद्रशेखर ने कहा कि संघ और नागपुर से जुड़े लोग समाज में नफरत फैलाते हैं। संबोधन के दौरान रामचरितमानस को लेकर कहा कि यह समाज में नफरत फैलाने वाली किताब है। अधम अर्थात निम्न, नीच जाति के लोगों को शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार नहीं था, नीच जाति के लोग शिक्षा प्राप्त कर दूध पीने के बाद सांप की तरह जहरीले हो जाते हैं।