हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में बारिश लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। भारी बारिश के चलते यहां हालात भयावह हो गए हैं। बुधवार को कुल्लू में बादल फटने से मणिकरण घाटी में बाढ़ आ गई। बाढ़ आने के कारण आसपास के कई गांवों में पानी भर गाया है। प्रशासन गांव से लोगों को सुरक्षित निकालने में लगा हुआ है।
कुल्लू के SP गुरदेव शर्मा का कहना है कि बाढ़ से यहां के हालात काफी खराब हो गए हैं। इलाके में रेस्क्यू टीम मुस्तैदी से बचाव कार्य में लगी हुई हैं। इन गांवों में बाढ़ आने से 6 लोग लापता भी हो गए है। फिलहाल उनकी तलाश की जा रही है। बारिश ने मणिकर्ण में भी तबाही मचाई है। यहां पर दर्जनों टूरिस्ट कैंप और घर डैमेज हो गए हैं।
बाढ़ की वजह से 7 घरों को भारी नुकसान हुआ है, इसके साथ ही इलाके में चल रहे तीन प्रोजेक्ट्स को भी नुकसान पहुंचा है। बताया जा रहै हैं कि बाढ़ के चलते डैम के पानी को नहीं छोड़ा जा रहा है। इसलिए आसपास के लोगों से नदियों के किनारे नहीं जाने की अपील की गई है।
इलाके के SP ने बताया कि खतरे को देखते हुए लोगों से अपील की जा रही है कि वह सुरक्षित स्थानों पर ही रहे, नदी व उसके आस-पास ना जाएं। बाढ़ग्रसित इलाकों में बचाव कार्य लगातार जारी है।
स्थानीय प्रशासन लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट कर रहा है। प्रदेश में जहां पिछले दो दिन से लगातार बारिश हो रही है, वहां मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
खबरों की मानें तो कुल्लू में बादल फटने से कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इसके चलते ही गांवों में बाढ़ के हालात हो गए हैं। कई घरों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। ऐसे में पार्वती नदी का वाटर लेवल बढ़ने से संकट बढ़ गया है, क्योंकि नदी का पानी आसपास के गांव में पहुंच गया है।