डेस्क न्यूज. राजधानी जयपुर के रेनवाल इलाके में आत्माहत्या के जो आंकड़े सामने आ रहे हैं वो बेहद परेशान करने वाले हैं. इन आंकड़ों ने सभी के होश उड़ा दिए हैं. 6 महीने में यहां 1 दर्जन लोगों ने आत्माहत्या की है। इनमें ज्यादातर बच्चे और युवा शामिल हैं। आत्महत्या करने का सबसे बड़ा कारण बेरोजगारी, आर्थिक तंगी और अवसाद का शिकार होना है।
रेनवाल थाना क्षेत्र में छह माह के दौरान करीब एक दर्जन युवकों ने फांसी लगाकर जान दे दी है। इस तरह की घटनाओं को लेकर पुलिस विभाग भी चिंतित है और आम जनता को लगातार जागरूक किया जा रहा है कि इस तरह की घटनाओं पर कैसे अंकुश लगाया जाए.
खासकर मानसिक तनाव, आर्थिक तंगी और मोबाइल जैसी लत
जैसी समस्याओं के प्रति युवाओं को जागरूक किया जा रहा है.
साथ ही पुलिस जिंदगी कितनी कीमती है
यह समझाने की लगातार कोशिश कर रही है।
जबकि हर कोई आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं से चिंतित है। वहीं आम आदमी के मन में एक ही सवाल बार-बार उठ रहा है कि ऐसे कौन से हालात बन रहे हैं कि लोग मौत से भी नहीं डरते। इन घटनाओं को कम करने के लिए पुलिस विभाग प्रयास जरूर कर रहा है, लेकिन घर के हर व्यक्ति को इस बारे में सोचने और सतर्क रहने की जरूरत है.