लोकसभा चुनाव को अब कुछ ही दिन बचे है, लेकिन उससे पहले ही कांग्रेस पार्टी ने एक बड़ा फैसला लेते हुए संजय निरुपम को 6 सालों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
कांग्रेस ने ये कार्रवाई शिवसेना (यूबीटी) और महाविकास अघाड़ी दल को लेकर तीखी टिप्पणी करने को लेकर की है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों को देखते हुए 6 सालों के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
वहीं मुंबई उत्तर से पूर्व सांसद निरुपम महाविकास अघाड़ी दल के बीच सीट शेयरिंग को लेकर खुश नहीं थे।
इसको लेकर वो लगातार एक ही बात बोल रहे थे कि शिवसेना (यूबीटी) कांग्रेस को खत्म करने की कोशिश कर रही हैं। वो कांग्रेस आलाकमान से गठबंधन तोड़ने की सलाह भी दें चुके थे।
कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मेरे लिए ज्यादा ऊर्जा नष्ट ना करें। बल्कि अपनी बची-खुची ऊर्जा और स्टेशनरी का इस्तेमाल पार्टी को बचाने के लिए करें।
वैसे भी पार्टी भीषण आर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से बिखरी हुई पार्टी है और पार्टी के नेताओं ने भी कहा है कि इसकी विचारधारा दिशाहीन है।
पहले कांग्रेस पार्टी में एक पावर सेंटर हुआ करता था, लेकिन इस समय कांग्रेस पार्टी में पांच पावर सेंटर है और पांचों की अपनी लॉबी है जो आपस में टकराती रहती है।