Amritpal Arrested: शनिवार को खालिस्तान समर्थक अमृतपाल और उसके 6 साथियों को पंजाब पुलिस ने जालंधर से गिरफ्तार कर लिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंजाब पुलिस के घेरा डालते ही अमृतपाल पुलिस से बचते हुए लिंक रोड से होते हुए भाग गया था लेकिन पुलिस की करीब 100 गाड़ियां ने पीछा कर करीब डेढ़ घंटे बाद जालंधर के नकोदर एरिया से अमृतपाल को गिरफ्तार कर लिया हालाँकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई।
इस बीच हालात की गंभीरता को भांपते हुए पंजाब के कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।
शनिवार को अमृतपाल ने जालंधर-मोगा नेशनल हाईवे पर शाहकोट-मलसियां इलाके और बठिंडा जिले के रामपुरा फूल में कार्यक्रम रखे थे।
लेकिन इन से प्रोग्राम से पहले ही जालंधर और मोगा पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में गुपचुप तरीके से अमृतपाल को गिरफ्तार करने की रणनीति बना ली थी।
इसके लिए आसपास के कई जिलों से रातोंरात पुलिस फोर्स बुला ली गई। जालंधर-मोगा नेशनल हाईवे पर भी सुबह से ही भारी नाकेबंदी कर दी गई थी।
दोपहर लगभग 1 बजे जैसे ही अमृतपाल का काफिला जालंधर के मैहतपुर कस्बे के नजदीक पहुंचा, पुलिस ने घेरा डाल लिया और काफिले में सबसे आगे चल रही 2 गाड़ियों में सवार 6 लोगों को पकड़ लिया गया।
वहीं पुलिस को देखकर उसका ड्राइवर गाड़ी लिंक रोड की तरफ मोड़कर भगा ले गया। जालंधर और मोगा पुलिस उसके पीछे लग गई। अमृतपाल की मर्सिडीज कार काफिले में तीसरे नंबर पर थी।
पंजाब सरकार की तरफ से आए बयान में कहा गया कि सार्वजनिक सुरक्षा के हित में पंजाब के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी SMS सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाएं 19 मार्च यानि रविवार दोपहर 12 बजे तक निलंबित रहेंगी।
पंजाब में स्थिति को देखते हुए गृह मंत्रालय लगातार पंजाब सरकार के संपर्क में है। इसके साथ ही राज्य पुलिस की सहायता के लिए केन्द्रीय अर्धसैनिक बलों की कंपनियों को अलर्ट पर रखा गया है। वहीं सुरक्षा के लिहाज से अमृतपाल के गांव जल्लुपुर में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख खालिस्तानी अमृतपाल ने 23 फरवरी को समर्थकों के साथ मिलकर अजनाला थाने पर हमला कर दिया था लेकिन पंजाब पुलिस ने कोई कार्रवाही नहीं की और डर कर उनके साथी को छोड़ दिया था।