Paper Leak in Rajasthan: राजस्थान में एक के बाद एक भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हैं, लेकिन प्रदेश की गहलोत सरकार है कि असली गुनहगारों पर शिकंजा कसने की बजाय सीएम सख्त कार्रवाई का बयान जारी कर हर बार इतिश्री कर लेते हैं। हर बार पेपर लीक के बाद बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा और प्रदेश भाजपा इन प्रकरणों की जांच CBI से कराने की करते हैं, लेकिन सीएम गहलोत हर बार इसे टाल जाते हैं।
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल प्रकरण की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर चुके। वहीं छात्र संगठन भी आंदोलन कर दबाव बनाने का प्रयास करते हैं, लेकिन सरकार है कि CBI जांच की बजाय सख्त कार्रवाई की बात कह कर मुंह मोड़ लेती है।
अब प्रश्न यह उठता है कि प्रदेश में बार-बार पेपर लीक हो रहे हैं। गत तीन-चार सालों में ही आधा दर्जन से अधिक भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके, लेकिन सरकार है कि CBI जांच से कतरा रही है। ऐसे में प्रश्न यह उठता है कि क्या कोई राजनेता या सरकार का कोई खास इन माफियाओं को संरक्षण दे रहा है?
क्या सांसद किरोड़ी की आशंका सही है, जिसमें उन्होंने प्रश्न उठाया था कि यह खेल किसकी छत्रछाया में चल रहा है? क्या पुलिस किसी दबाव में मात्र मछलियों पर जाल डाल रही है, मगरमच्छों को बचाया जा रहा है? सीएम गहलोत दूसरे राज्यों में पेपर लीक के ज्यादा मामले बताकर आखिर क्या संदेश देना चाहते हैं?
हाल ही में सीएचओ भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने पर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने इसे लेकर फिर गहलोत सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। बीजेपी सांसद ने किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि राजस्थान में पेपर लीक एक परंपरा बन गई है, जिसके चलते एक पेपर के बाद दूसरा पेपर लीक हो रहा है।
मीणा ने कहा कि इससे भी ज्यादा अफसोस की बात यह है कि अब तो राजस्थान में संविदा पर होने वाली भर्तियों के पेपर भी लीक होना शुरू हो गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार सत्य, कानून और ऐसे आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की बात तो कर रही है, लेकिन यह बात समझ से परे है कि तमाम कोशिशों के बावजूद किसकी छत्रछाया में पेपर लीक हो रहे हैं?
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गत सोमवार को कहा कि कांग्रेस की उपलब्धियों को देखते हुए बीजेपी की हवा निकल जाती है। राजस्थान में दूसरे राज्यों से ज्यादा भर्तियां निकाल रहा है। पेपर लीक के मुद्दे पर कहा कि सरकार कार्रवाई कर रही है। बीजेपी शासित राज्यों में सबसे ज्यादा पेपर लीक हो रहे हैं। बीजेपी की सोच निगेटिव है। भाजपा ऐसे मामलों में हंगामा कर नाटक इसलिए करती है ताकि लोगों को कांग्रेस की योजनाओं का लाभ ना मिल सके।
राजस्थान पुलिस राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में मास्टरमाइंड सुरेश विश्नोई सहित 55 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। सुरेश विश्नोई जालोर जिले के एक सरकारी स्कूल में प्रधानाध्यापक पद पर तैनात था। अब मुख्य मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण को भी 23 फरवरी को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस उसे पूछताछ के लिए उदयपुर ले आई है। सारण समेत अब तक इस मामले में 56 लोग गिरफ्तार हो चुके, लेकिन असली गुनाहगार फिर भी पर्दे के पीछे हैं।
राजस्थान पेपर लीक मामले में रैकेट के मास्टरमाइंड समेत पुलिस 56 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी। पुलिस ने सभी आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लिया है, इसकी पुष्टि उदयपुर एसपी ने की है। गौरतलब है कि प्रदेश में कुछ समय पूर्व ही सीनियर टीचर ग्रेड-2 परीक्षा का पेपर लीक हुआ था। पेपर लीक करने वाले 4 मास्टरमाइंड नेताओं के करीबी बताए जा रहे हैं, जिनमें दो तो रिश्ते में जीजा-साले हैं और एक पेशे से डॉक्टर है।