Divya Maderna News: कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा की भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा के साथ सामने आई तस्वीरों के बाद राजस्थान कांग्रेस में कयासबाजियों का दौर शुरू हो गया। राजनीतिक हलके के लोग इसे आगामी फेरबदल की संभावनाओं से जोड़ कर देख रहे हैं। इसे जाट राजनीति से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रही रस्साकस्सी का फायदा कहीं तीसरे को तो नहीं मिलने वाला है? तो क्या कांग्रेस आलाकमान सीएम का ताज जाट नेता को सौपने की तैयारी में है?
यह सभी जानते हैं कि मदेरणा परिवार के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के संबंध अच्छे नहीं है। राजस्थान के दिग्गज जाट नेता परसराम मदेरणा का राजनीतिक कैरियर भंवरीदेवी कांड की वजह से पूरी तरह खत्म हो गया था। भंवरीदेवी कांड के पीछे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का हाथ बताया जाता रहा है।
कहा जाता है कि इस दाव के माध्यम से सीएम गहलोत ने अपने लिए खतरा बनी राजस्थान की जाट राजनीति को एक तरह से समाप्त कर दिया था। इसी से खफा मदरेणा परिवार सीएम गहलोत से खार खाए हुए है। परसराम मदेरणा के बाद उनकी बेटी दिव्या मदेरणा जाट राजनीति में सक्रीय हुई और जोधपुर की ओसियां सीट से चुनाव जीत कर विधायक बनीं।
राजस्थान के नामी मदेरणा परिवार की तीसरी पीढ़ी से आने वाली दिव्या मदेरणा अपने इलाके में परिवार की साख को बनाए हुए हैं। जोधपुर की ओसियां सीट से पहली बार टिकट मिलने और फिर जीतने के बाद से अब तक का दिव्या मदेरणा का राजनीतिक सफर हमेशा ही सुर्खियां बटोरता रहा है।
चाहे आरएलपी नेता हनुमान बेवीवाल से जुबानी जंग रही हो या फिर राजस्थान में सचिन पायलट गुट की बगावत। दिव्या मदेरणा ने हमेशा ही अपना पक्ष तार्किक तरीके से और बिना किसी डर के सामने रखा और ये बता दिया कि मदेरणा परिवार की राजनीतिक समझ उसको विरासत में ही मिली है।
राजस्थान में हुई राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिव्या मदेरणा खासी एक्टिव दिखी। यात्रा के दौरान राहुल गांधी के साथ दिव्या मदेरणा की फोटो वायरल भी हुई और विपक्ष के निशाने पर भी रही। यात्रा के दौरान राजस्थान के कई मुद्दों पर राहुल गांधी ने दिव्या मदेरणा से चर्चा भी की।
तस्वीरें अपने आप में ये बताने के लिए काफी है कि राहुल गांधी की यात्रा के चलते दिव्या मदेरणा ने कांग्रेस आलाकमान को अपनी मौजूदगी का अहसास कराया होगा। राजस्थान की एक युवा और महिला नेत्री होने के नाते दिव्या मदेरणा जनहित और किसानों से जुड़े मुद्दों को पहले भी उठाती रही हैं, जो उनका लोगों के बीच जनाधार का कारण है।
जानकार मानते हैं कि परसराम मदेरणा की कांग्रेस आलाकमान से नजकीदी नहीं होने का फायदा किसी और को मिल गया था। राजनीति का ये गणित दिव्या मदेरणा भली भांति जानती है और ये ही वजह है कि पिछले लंबे वक्त से दिव्या मदेरणा की कांग्रेस के आला नेताओ सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के साथ ली गयी फोटो सोशल प्लेटफार्म पर चर्चा का विषय भी रहती है।
इस बीच ट्विटर पर दिव्या मदेरणा के पिन किए गए पोस्ट को अगर देंखे तो आप ये समझ जाएंगे की परसराम मदेरणा की पोती, खुद को और पूरे मदेरणा परिवार को कांग्रेस का सच्चा सिपाही और आलाकमान का फरमान मानने वाला जता चुकी है। ये ट्वीट दरअसल राजस्थान में गद्दार और वफादार वाले बयानों के बात किया गया था।