न्यूज – कल हमने आपको एक वीडियो दिखाया था जिसका टाइटल था 'शाहीन बाग में प्रदर्शन करने वाली सफूरा जरगर निकली प्रेग्नेंट', इस वीडियो में हमने आपको बताया था इस साल फरवरी में दिल्ली में हुई हिंसा की साजिश रचने के आरोप मे सफूरा जरगर को दिल्ली पुलिस ने अरेस्ट कर तिहाड़ जेल में भेज दिया है, जहां उनकी तबीयत खराब होने पर मेडिकल चेकअप के लिए ले जाया गया,
Video – https://youtu.be/fhmax9oNbHw
मेडिकल चेकअप के दौरान पता चला कि वह 3 माह की गर्भवती है, उनके प्रेग्नेंट होने की खबर जब बाहर आई तो उन पर कई तरह के सवाल उठने लगे क्योंकि उनके प्रेगनेंसी और शाहीन बाग के प्रदर्शन का समय मैच हो रहा था और पुलिस को उन्होंने बताया भी नहीं कि वो शादीशुदा है, लेकिन अब सच्चाई सबके सामने आ गई और सफूरा जरगर का जो 'बच्चा है नाजायज नहीं जायज है…'
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हमने कल आपको वीडियो में दिखाया था की 'सफूरा जरगर तो अभी झांकी है शाहीन बाग की पूरी सच्चाई बाहर आना बाकी है', लेकिन फेक न्यूज़ की पड़ताल करने वाली Alt न्यूज़ के मुताबिक यह खबर पूरी तरह निराधार है क्योंकि सफूरा जरगर एक तो शादीशुदा है और जब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया तो पुलिस को उन्होंने पहले ही बता दिया था कि वह प्रेग्नेंट है….यानी कि सफ़ूरा ज़रगर की प्रेग्नेंसी की बात तो सही है लेकिन उनके अविवाहित होने का दावा गलत निकला। ऑल्ट न्यूज़ ने सफूरा ज़रगर के पति से बात की है उन्होंने बताया कि उनकी शादी 2018 में हो चुकी है।
उनके अविवाहित होने के दावे के चलते सफूरा जरगर सोशल मीडिया पर ट्रोल हो गई, और यूजर्स ने तथाकथित तरीके की बातें की और गालियां दी, यह मुद्दा इसलिए फैल गया क्योंकि दिल्ली पुलिस ने सफूरा को दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में गिरफ्तार किया था और वह शाहीन बाग में विरोध प्रदर्शन के दौरान भी देखी गई थी इसी कारण उनकी प्रेगनेंसी को शाहीन बाग के समय से जोड़कर देखा गया और लोगों ने गलत अफवाह फैला दी।
वैसे एक महिला होने के नाते उसके अधिकार है कि वो खुद का जीवन कैसे भी जीए, किसी को भी किसी की पर्सनल लाइफ में दखल देने से बचना चाहिए, उन पर जिस प्रकार की टिप्पणियां की गई हम मानते है कि वो बेहद ही निदंनीय है।
दिल्ली में हुए हिंदू विरोधी हिंसा में चरमपंथी और कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया ( PFI) का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने जामिया के 2 छात्रों को इस संबंध में गिरफ्तार किया , एक का नाम मिरान हैदर और दूसरे का नाम सफुरा जरगर है, 35 वर्षीय मीरान हैदर राष्ट्रीय जनता दल(राजद) की छात्र इकाई का सदस्य है और जामिया से पीएचडी कर रहा है, जबकि 27 वर्षीय सफुरा जरगर जामिया कोऑर्डिनेशन कमेटी की मीडिया प्रभारी और PHD छात्रा है।
ऑल्ट न्यूज Alt News के मुताबिक जामिया मिलिया इस्लामिया की छात्रा सफ़ूरा ज़रगर को गैरकानूनी गतिविधि रोकने के कानून के तहत 10 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया और गैर जमानती धाराओं में उन पर मामला दर्ज किया गया।
वही यह दावा कि उनकी प्रेग्नेंसी का पता जेल जाने के बाद चला, ये भी झूठ बताया गया है, Alt न्यूज के मुताबिक IANS की वेबसाइट पर छपी खबर के अनुसार ये बात पहले से ही पता थी, इसमें कहा गया है कि 10 अप्रैल को गिरफ्तारी के बाद सफूरा ने बताया था जो 3 महीने की प्रेग्नेंट है और इसी आधार पर उन्होंने जमानत अर्जी दाखिल की थी।
Alt news साइट पर उपलब्ध फेक्ट चैक में अल जज़ीरा की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया गया है कि 10 फ़रवरी को पुलिस और छात्रों के बीच विवाद में ज़रगर घायल हो गई थीं जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उनके पति का बयान रिपोर्ट में लिखा था जिसमें उन्होंने कहा कि, "उनकी प्रेग्नेंसी के बढ़ते दिनों की वजह से उन्हें ज़्यादा शारीरिक मेहनत करने से रोका गया था, देश में कोरोना वायरस फैलने के बाद उन्होंने घर के बाहर जाना बन्द कर दिया था, ज़रूरी काम से ही निकलती थीं, वह ज़्यादातर घर से ही काम कर रही थीं"
21 अप्रैल को अदालत में एक और ज़मानत अर्जी दाखिल की गई जिसमें मेडिकल कंडीशन का हवाला दिया है।
हालांकि यह मामला सोशल मीडिया पर तक ट्रेन हुआ जब कांग्रेस नेता सलमान निजामी ने सफूरा जर्जर को सोशल एक्टिविस्ट बताते हुए एक ट्वीट किया, "वो प्रेगनेंसी के दौरान और रमजान के महीने में जेल में हैं जबकि कपिल मिश्रा जैसे 'घृणा फैलाने वाले लोग' खुले घूम रहे हैं। उन्होंने लिखा था कि मोदी के भारत में मुस्लिम होना ही अपराध हो गया है, सरकार को कुछ तो शर्म करना चाहिए।"
सलमान निजामी सहित अन्य इस्लामी कट्टरपंथियों ने भी सफूरा जरगर को जेल से रिहा करने की माँग की थी। इस पर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने कहा 'मेरे भाषण को सफुरा जरगर की प्रेंग्नेंसी से ना जोडें, यह उस तरह से काम नहीं करता है।
वही एक जेली नाम की ट्विटर यूजर ने लिखा था कि उन्होंने बिना कंडोम का प्रयोग किए सेक्स किया ही क्यों? इसके बाद से जेली के इनबॉक्स में भी गालियों की बौछार हो गई है।
हालांकि सफुरा जरगर अभी जेल में ही और 3 माह की गर्भवती है। इसलिए उसका विशेष ध्यान रखने के साथ ही अलग सेल भी दिया गया है। यहां सहरी व इफ्तार के लिए भी जेल प्रशासन की ओर से इंतजाम किए गए हैं। जेल प्रशासन ने रमजान के महीने में उन्हें कोई दिक्कत न हो इसकी पूरी व्यवस्था की है।