यूपी के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने नए साल से पहले अल कायदा बर्र-ए-सगीर और उसके सहयोगी जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) से जुड़े एक और आतंकवादी को गिरफ्तार किया है। जिससे पूछताछ के आधार पर कुछ अन्य संदिग्धों से भी पूछताछ तेज कर दी गई है।
एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि हरिद्वार (उत्तराखंड) निवासी आतंकी मुदस्सिर से पूछताछ में सामने आए तथ्यों के आधार पर सहारनपुर निवासी अजहरुद्दीन की भूमिका की जांच की जा रही थी।
एक दिन पहले अजहरुद्दीन को पूछताछ के लिए लखनऊ स्थित एटीएस मुख्यालय बुलाया गया था और उनकी भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। उसके कब्जे से बरामद मोबाइल फोन की जांच की जा रही है।
अजहरुद्दीन देश में जिहाद फैलाने और युवाओं को आतंकी संगठनों अलकायदा, बर्रे-ए-सगीर और जेएमबी से जोड़ने का काम कर रहा था। इसके लिए वह जिहादी साहित्य और वीडियो के जरिए युवाओं को भड़काने में सक्रिय था।
राज्य में आतंकी संगठनों की बढ़ती गतिविधियों पर जांच एजेंसियां लगातार नजर रख रही हैं। इसी कड़ी में एटीएस ने करीब तीन महीने पहले अलकायदा बर्रे सगीर और जेएमबी से जुड़े दस आतंकियों को गिरफ्तार किया था. जेएमबी गजवा-ए-हिंद के मकसद से पिछले कुछ सालों से भारत और बांग्लादेश में अपना नेटवर्क बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।
एडीजी का कहना है कि आतंकी संगठन ने भारत में घुसपैठ की और कट्टरपंथी विचारधारा के युवाओं को भड़काकर सबसे पहले पश्चिम बंगाल और असम में अपने साथ जोड़ा. जिसके बाद इसने अपना नेटवर्क उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड तक बढ़ा दिया है।
26 सितंबर 2022 को आरोपी मदरसा संचालक लुकमान को सबसे पहले सहारनपुर से गिरफ्तार किया गया, उसके बाद अन्य आरोपी शामली निवासी शहजाद, सहारनपुर निवासी कारी मुख्तार व मु अलीम, हरिद्वार निवासी मुदस्सिर व कामिल, बांग्लादेशी नागरिक अलिनूर व झारखंड निवासी नवाजिश अंसारी को गिरफ्तार किया गया।
एटीएस इनके मास्टरमाइंड अल कायदा बर्र-ए-सगीर और जेएमबी के सक्रिय आतंकवादी अब्दुल्ला तलहा उर्फ मुफ्ती हुसैन की भी तलाश कर रही है। एटीएस ने हरिद्वार निवासी मुदस्सिर को कामिल और अलिनूर के साथ नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया था। पुलिस रिमांड पर मुदस्सिर से पूछताछ के दौरान अजहरुद्दीन की भूमिका सामने आई। अजहरुद्दीन सहारनपुर के कुतुब शेर थाना क्षेत्र के एकता कॉलोनी का रहने वाला है।