Ram Mandir: रामलला की प्राण- प्रतिष्ठा होने में अब महज 17 दिन बचे हैं। इसी बीच राम मंदिर परिसर का नक्शा सामने आया है।
करीब सौ एकड़ के परिसर में मंदिर 3 एकड़ में ही है, बाकी 97 एकड़ में 38 तरह के अन्य निर्माण कार्य व ग्रीन एरिया बनाया जा रहा है।
इसमें मंडप, तीर्थ यात्री प्लाजा, पार्किंग, और डेडिकेटेड पॉवर स्टेशन आदि शामिल हैं। वहीं सरकार अयोध्या में 19 से 21 जनवरी को इंटरनेशनल काइट फेस्टिवल की तैयारी कर रही है।
गर्भगृह में प्रभु श्रीराम का बालरूप और प्रथम तल पर श्रीराम दरबार होगा।, 5 मंडप (नृत्य, रंग, सभा, प्रार्थना और कीर्तन)।,
मंदिर के चारों ओर परकोटा रहेगा। चारों दिशाओं में इसकी लंबाई 732 मीटर और चौड़ाई 14 फीट होगी।, परकोटा के चारों कोनों पर सूर्यदेव, मां भगवती, गणपति और शिवजी को समर्पित चार मंदिर होंगे।
उत्तरी भुजा में अन्नपूर्णा और दक्षिणी भुजा में हनुमान जी का मंदिर रहेगा। साथ ही पौराणिक सीताकूप भी होगा।
22 जनवरी से पहले किसी को पता नहीं चलेगा कि राम मंदिर के गर्भगृह में किस मूर्तिकार की मूर्ति विराजित हो रही है।
ट्रस्ट के महासचिव चम्पतराय ने कहा कि श्री रामलला के नगर भ्रमण में भी आम लोग मूर्ति को नही देख सकेंगे। संभव है कि नगर भ्रमण के लिए चांदी के बने श्री रामलला के विग्रह को घुमाया जाए।
मंदिर में प्रवेश के दौरान वहां पर सिक्योरिटी चेक पाइंट, तीर्थयात्री ड्रॉप पाइंट, बावड़ी चौक, अंगद टीला, कंट्रोल रूम, तीर्थयात्री प्लाजा, सीता कूप, पुषकर्नी, विशेष नवेश द्वार,
शेषावतार मंदिर, ऋषि मंदिर, नवरतन कुबेर टीला प्रमुख स्थान होंगे। साथ ही जटायु की मूर्ति, प्राचीन शिव मंदिर, वीआईपी गेस्ट हाउस,
ओपन कॉरिडोर, ग्रीन एरिया, एडमिनिस्ट्रेशन ड्रॉप पाइंट, हर्बल गार्डन, नल जा टीला और लॉकर रूम मंदिर में बनाया जा रहा है।