देश में लाउडस्पीकर पर सियासत तेज होती नजर आ रही है। एक और महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा पाठ करने के बाद लाउडस्पीकर विवाद चर्चा में आ गया, वहीं दूसरी और उत्तरप्रदेश में योगी सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर लाउडस्पीकर को हटाने का बड़ा फैसला लिया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद यूपी में धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर को तेजी से हटाया जा रहा है। यूपी में धार्मिक स्थानों से अब तक 22,000 अनधिकृत लाउडस्पीकरों को हटा दिया गया है। इसके अलावा करीब 42,000 लाउडस्पीकरों की आवाज को भी कम कर दिया गया है।
ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि UP में धार्मिक व सार्वजनिक स्थानों से अनधिकृत लाउडस्पीकरों को हटाने और अन्य की आवाज को तय सीमा के भीतर निर्धारित करने के लिए राज्यव्यापी अभियान चलाया जा रहा है।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा कि यूपी में बिना किसी भेदभाव के सभी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जाएंगे। इसके अलावा उन्होंने बताया कि गुरुवार शाम तक कुल 21,963 लाउडस्पीकरों को हटा दिया गया और 42,332 लाउडस्पीकरों की आवाज धीमी कर दी गई है।
लाउडस्पीकरों पर हो रही कार्रवाई को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो भी लाउडस्पीकर हटाए जा रहे है वे अनधिकृत हैं। इसके अलावा बाकि बचे लाउडस्पीकरों की आवाज नियमों के अनुसार कम की गई है।
प्रदेश के गृह विभाग ने ‘अवैध’ रूप से लगाए गए लाउडस्पीकर को हटाने की कार्रवाई पर आगामी 30 अप्रैल रिपोर्ट मांगी है। इसी बीच, राज्य के अधिकारियों शुक्रवार को होने वाली अलविदा नमाज और ईद के मौके पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए धार्मिक प्रमुखों से भी बात की है।
जानकारी के अनुसार स्थानीय अधिकारियों ने ईद के लिए खास इंतजाम किए है। इसके लिए उन्होंने विभिन्न धर्मों के 29,808 प्रमुखों से बात की है।
इसके साथ ही राज्य भर में 2,846 संवेदनशील स्थानों की पहचान की है जहां ईद पर सार्वजनिक तौर पर नमाज अदा की जाती है। इन स्थानों पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीएसी की कुल 46 कंपनियां, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 7 कंपनियों के साथ-साथ 1492 पुलिस रंगरूटों को राज्य भर में तैनात किया गया है।