कांग्रेस ने हरीश रावत और उनकी बेटी अनुपमा को बनाया प्रत्याशी‚ प्रियंका ने एक परिवार से एक व्यक्‍ति को टिकट देने की कही थी बात

कांग्रेस पार्टी परिवारवाद शब्द से मुक्त होना चाहती है वहीं उत्तराखंड में कांग्रेस की ओर से जारी सूची में हरीश रावत की बेटी को टिकट दिया गया है। अनुपमा रावत को हरिद्वार ग्रामीण से प्रत्याशी बनाया है। बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी में परिवारवाद के संदर्भ में एक परिवार से एक व्यक्‍ति को टिकट देने की बात कही थी।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत

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कांग्रेस ने उत्तराखंड में 10 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को रामनगर की जगह लालकुआं से टिकट दिया है। रामनगर से अब महेन्द्रपाल को प्रत्याशी घोषित किया गया है। इससे पहले कांग्रेस ने 53 प्रत्याशियों की सूची जारी की थी जिसमें हरीश रावत का नाम का नाम नहीं था।

कांग्रेस की ओर से जारी की गई सूची में हरक सिंह को टिकट नहीं दिया है। हरक सिंह कुछ दिन पहले ही बीजेपी का दामन छोड़ काग्रेस में शामिल हुए थे। हरक सिंह पहले बीजेपी में मंत्री थे लेकिन अभी उनको टिकट मिलने की कोई खबर सामने नहीं आयी है।

<div class="paragraphs"><p>हरक सिंह रावत</p></div>

हरक सिंह रावत

जहां कांग्रेस आलाकमान दावा करती आई है कि एक परिवार से किसी एक को टिकट दिया जाएगा। कांग्रेस का यह दावा कहीं न कहीं उत्तराखंड में खोखला दिखाई पड़ रहा है। वजह ये कि हाल ही में प्रियंका गांधी ने एक परिवार से एक व्यक्‍ति को टिकट देने की बात कही थी।

कांग्रेस पार्टी परिवारवाद शब्द से मुक्त होना चाह रही वहीं उत्तराखंड में कांग्रेस की ओर से जारी सूची में हरीश रावत की बेटी को टिकट दिया गया है। अनुपमा रावत को हरिद्वार ग्रामीण से प्रत्याशी बनाया है।

<div class="paragraphs"><p>अनुपमा रावत</p></div>

अनुपमा रावत

कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने थामा बीजेपी का हाथ, कांग्रेस ने किशोर कुमार को 6 साल के निलंबित किया था। कांग्रेस आलाकमान कहना था कि उपाध्याय पार्टी की विचारधारा के खिलाफ बोल रहे थे व उनकी बीजेपी से नजदीकियां बढती जा रही थी।

किशोर उपाध्याय को कांग्रेस पार्टी की ओर से पूर्व में भी चेतावनी दी गई थी लेकिन पिछले कुछ दिनों पहले ही कांग्र्स ने सख्ती दिखाते हुए सभी अहम जिम्मेदारी वापस ले ली।

<div class="paragraphs"><p>पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय</p></div>

पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय

इससे पहले भी कई बार उपाध्याय के बीजेपी में जाने के कयास लगाये जा रहे थे। पीएम नरेन्द्र मोदी की देहरादून रैली में उनके शामिल होने की भी अफवाह उडी थी। कई बार उपाध्याय की दूसरे दलों में जाने की चर्चा रही। इन अफवाहों के बीच उपाध्याय ने कहा कि वनाधिकार के मुद्दे पर वे सभी दलों के नेताओं से मिल रहे हैं।

किशोर उपाध्याय वर्ष 1978 से कांग्रेस से जुड़े हुए थे। पार्टी के साथ उनका 44 साल पुराना लंबा साथ रहा । वर्ष 2002 और वर्ष 2007 में वे टिहरी से विधायक भी रहे। वर्ष 2012 में वे टिहरी से चुनाव हार गए थे। 2017 में वे अपनी परंपरागत सीट टिहरी को छोड़ कर चुनाव लड़ने देहरादून सहसपुर सीट पर पहुंचे। यहां से भी उन्हें हार मिली। 2014 में उन्हें पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। वे 1991 से ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य भी रहे।

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