Uttarakhand: हरिद्वार में पंचायत चुनाव में बांटी जहरीली शराब; 7 की मौत से हड़कंप, उम्मीदवार फरार

उतराखंड के हरिद्वार में पंचायती चुनाव के दौरान वोटरों को प्रभावित करने के लिए बांटी शराब के कारण सात लोगों की मौत के मामले से प्रशासन में हड़कंप मत गया है। जिसके बाद एक्शन में आई पुलिस ने टीम बनाकर ग्रामीणों को नकली शराब दे रहे लोगों के घरों और ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है।
Uttarakhand: हरिद्वार में पंचायत चुनाव में बांटी जहरीली शराब; 7 की मौत से हड़कंप, उम्मीदवार फरार
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उतराखंड के हरिद्वार में पथरी थाना क्षेत्र के फूलगढ़ व शिवगढ़ में चुनाव के लिए जहरीली शराब पीने से सात ग्रामीणों की मौत हो गयी। जिससे पूरे गांव में कोहराम मच गया। आनन-फानन में पुलिस प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गांव पहुंचे और घटना की जानकारी ली।

प्रशासन सिर्फ चार मौतों की पुष्टि कर रहा

इनमें से एक की गुरुवार को और दो की शुक्रवार को मौत हो गई। शनिवार को आज चार लोगों की मौत हो गई। हालांकि प्रशासन सिर्फ चार मौतों की पुष्टि कर रहा है।

उम्मीदवारों के घरों पर छापेमारी

पुलिस की टीमों ने ग्रामीणों को नकली शराब दे रहे लोगों के घरों और ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। इसी बीच कुछ ग्रामीण जंगल से लकड़ी लाकर आनन-फानन में पोस्टमार्टम किए बिना ही शवों का अंतिम संस्कार करने का प्रयास करने लगे। लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया।

कच्ची शराब बनाने और तस्करी का बड़े पैमाने पर होता है धंधा

हरिद्वार जिले के देहात में कच्ची शराब बनाने और तस्करी का धंधा बड़े पैमाने पर होता है।

दो वर्ष पूर्व भगवानपुर व झाबरेड़ा थाना क्षेत्र के सीमावर्ती गांवों में 50 से अधिक ग्रामीणों की जहरीली शराब पीने से मौत हो गयी थी।

सहारनपुर जिले में भी इस शराब के कारण 30 से अधिक ग्रामीण अकाल का शिकार हो चुके थे।

कच्ची जहरीली शराब पीने से सात ग्रामीणों की मौत

इन दिनों पंचायत चुनाव चल रहे हैं और प्रत्याशी मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए अपनी पसंद के अनुसार कच्ची, देशी और अंग्रेजी शराब पी रहे हैं।

पथरी थाना क्षेत्र के शिवगढ़ और खुलगढ़ में सात ग्रामीणों की उम्मीदवारों की कच्ची नकली शराब पीने से मौत हो गयी, जिसमें से पांच ग्रामीणों की उनके घरों पर ही मौत हो गयी।

जबकि दो ग्रामीणों ने जॉलीग्रांट के हिमालयन अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया।

प्रत्याशी अपने घरों से फरार

प्रत्याशी अपने घरों से फरार बताए जा रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि इन सभी बिंदुओं की जांच करते हुए कहा कि जहरीली शराब कहां से लाई और किसने बांटी, आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।

यह भी पता लगाया जा रहा है कि यह शराब कहां और किन गांवों में भेजी गई है। ताकि समय रहते इसे जब्त कर बाकी ग्रामीणों की जान बचाई जा सके।

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