दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क ने कुछ दिन पहले ट्विटर को खरीदने का सौदा किया था। डील फाइनल होने से पहले एलन मस्क ने ट्वीट कर बताया है कि इस डील को कुछ समय के लिए होल्ड पर रखा गया है। उनका कहना है कि ट्विटर पर कितने स्पैम या फर्जी अकाउंट हैं, इसकी सटीक डिटेल्स अभी सामने नहीं आई है। इसलिए डील को होल्ड पर रखा गया है। ट्विटर का मानना है कि स्पैम या नकली खाते उसके कुल उपयोगकर्ताओं का 5% बनाते हैं।
मस्क ने पिछले हफ्ते US सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन की नई फाइलिंग में बताया था कि फंडिंग डेट और कैश की संयुक्त प्रक्रिया होगी। इन्वेस्टमेंट बैंक मॉर्गन स्टेनली और अन्य लेंडर्स ग्रुप डेट फाइनेंसिंग में 13 अरब डॉलर देंगे और 12.5 अरब डॉलर का लोन टेस्ला के स्टॉक पर मिलेगा। 21 अरब डॉलर अपनी पॉकेट से जुटा लेंगे। ऐसे में कुल 46.5 अरब डॉलर जुटाने का प्लान मस्क ने प्रस्तुत किया था। पूरा मामला क्या था यहां क्लिक कर पढ़ें......
डील फाइनल होने के बाद ट्विटर एक प्राइवेट कंपनी बन जाएगी। एलन मस्क इसके मालिक होंगे, क्योंकि मस्क या ट्विटर किसी ने भी अपने स्टेटमेंट में किसी भी को-इन्वेस्टर का जिक्र नहीं किया है।
ट्विटर ने कहा, 'हमने एकाउंट के सैंपल्स का इंटरनल रिव्यू किया है। इसमें 2022 के पहले क्वार्टर में स्पैम अकाउंट की संख्या mDAU के 5% से कम है। स्पैम अकाउंट का हमारा अंदाजा ऐसे अकाउंट का एक्चुअल नंबर को एग्जेक्ट नहीं दिखाता है। इसकी संख्या हमारे अनुमान से ज्यादा भी हो सकती है।'
इलॉन मस्क ने 14 अप्रैल को 43 अरब डॉलर में ट्विटर को परचेज करने का ऑफर दिया था। मस्क बोले थे ट्विटर में निवेश शुरू करने से एक दिन पहले के रेट से 54% प्रीमियम पर 54.20 डॉलर प्रति शेयर के हिसाब से 100% शेयरिंग परचेज करने का प्रस्ताव दे रहा हूं। ये ऑफर मेरा सबसे अच्छा और आखिरी ऑफर है और यदि इसे एक्सेप्ट नहीं किया जाता है तो मुझे एक शेयरधारक के रूप में अपनी स्थिति पर दुबारा विचार करना होगा।
मस्क के पास ट्विटर की 9.2% हिस्सेदारी है। 4 अप्रैल को इसके बारे में पता चला था। मस्क ने तब भले ही शुरुआती फाइलिंग में 43 अरब डॉलर का ऑफर दिया, लेकिन सोमवार को ट्विटर की डील को मंजूरी मिलने के बाद से ये आंकड़ा 44 अरब डॉलर पर जा पहुंचा। आंकड़ा कैसे बढ़ा इसका पता अभी नहीं चल पाया है।