विभूतिखंड थाना क्षेत्र स्थित लोहिया अस्पताल के गेट पर बुधवार को एक सिपाही ने सरेआम एक युवक की तमंचे से सिर में गोली मार कर हत्या कर दी। वारदात के बाद सिपाही ने अस्पताल के पीछे नाले में तमंचा फेंका और सीधे विभूतिखंड थाने जाकर सरेंडर कर दिया। मारा गया युवक सीतापुर का रहने वाला था और आरोपी सिपाही की भी सीतापुर में ही तैनाती है। हालांकि अभी हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस अधिकारी आरोपी से पूछताछ कर रहे हैं।
लोहिया अस्पताल के गेट के पास बुधवार शाम करीब साढ़े पांच बजे पैदल जा
रहे एक युवक को एक हमलावर ने पीछे से सिर में गोली मार दी। वारदात
अंजाम देकर हमलावार ने अस्पताल के पीछे नाले में तमंचा फेंका और भाग
गया। लोहिया अस्पताल में गोली चलने की सूचना पर कुछ ही देर में
विभूतिखंड इंस्पेक्टर चंद्रशेखर सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे मगर तब तक युवक की मौत हो चुकी थी।
छानबीन में मृतक की पहचान सीतापुर के मिश्रिख निवासी प्रवीण सिंह (35) के रूप में हुई।
पुलिस ने छानबीन शुरू ही की थी कि हत्या के आरोपी ने विभूतिखंड थाने जाकर सरेंडर कर दिया।
पता चला कि आरोपी आशीष मिश्र पुलिस महकमे में सिपाही है और सीतापुर जिले में उसकी तैनाती है।
आशीष मूल रूप से बदायूं जिले का रहने वाला है मगर सीतापुर में लंबे समय से तैनाती केचलते उसने वहीं अपना मकान भी बनवा लिया है। सिपाही ने किन कारणों से प्रवीण की हत्या की, इस बारे में पुलिस अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं।
बताया जाता है कि प्रवीण सिंह के पिता विनोद सिंह सीतापुर मे हुए हत्या के मामले में आरोपी हैं। विनोद का लोहिया अस्पताल में किडनी का इलाज चल रहा है। आशीष मिश्रा2016 बैच के सिपाही को विनोद की सुरक्षा में तैनात किया गया था। आरोपी ने पुलिस को बताया कि प्रवीण सिंह उसे परेशान कर रहा था। उसे डर था कि प्रवीण उसकी हत्या कर देगा इसी कारण गोली मार दी। आरोपी ने पुलिस को बताया कि जिस तमंचे से हत्या की वह प्रवीण सिंह की थी। लेकिन पुलिस उसके बयान पर भरोसा नहीं कर रही हैं। पूछताछ जारी है।
मारा गया युवक सीतापुर का रहने वाला था और आरोपी सिपाही की भी सीतापुर में ही तैनाती है। हालांकि अभी हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। पुलिस अधिकारी आरोपी से पूछताछ कर रहे हैं।