डेस्क न्यूज. भारत में ऊर्जा एक प्रमुख चुनौतीपूर्ण क्षेत्र के रूप में उभर रहा है। जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए भारत समेत दुनिया भर में जीवाश्म ईंधन के इस्तेमाल को खत्म करने का दबाव बढ़ रहा है। लेकिन आज भी, भारत की अधिकांश बिजली थर्मल पावर स्टेशनों में कोयले से उत्पन्न हो रही है। ऐसे में भारत सरकार बिजली के वैकल्पिक स्रोतों को भी बढ़ावा दे रही है, जिसमें सौर ऊर्जा प्रमुख है। भारत का केंद्र शासित प्रदेश दीव देश का पहला ऐसा शहर है जहां पिछले कुछ सालों से पूरा शहर हर दिन शत-प्रतिशत सौर ऊर्जा से चल रहा है।
हालांकि दीव तकनीकी रूप से एक शहर नहीं है, लेकिन यह देश का पहला ऐसा केंद्र शासित प्रदेश है,
जहां पिछले पांच साल से दिन भर के लिए सौर ऊर्जा की आपूर्ति की जा रही है। आपूर्ति लगभग दो सौर पार्कों और 112 सरकारी प्रतिष्ठानों के शीर्ष पर लगे रूफटॉप पैनल से हो रही है।
और इससे जो बिजली पैदा होती है वह पूरे शहर की दिन भर की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है।
दीव केंद्र शासित प्रदेश दमन और दीव के अंतर्गत आता है,
दोनों भौगोलिक रूप से अलग-अलग क्षेत्र हैं, लेकिन प्रशासनिक
रूप से दोनों एक ही निकाय के अंतर्गत आते हैं। दीव का प्रशासन
सीधे भारत सरकार के अधीन है और इसकी अपनी कोई राज्य सरकार नहीं है।
दीव गुजरात राज्य के सबसे दक्षिणी बिंदु पर स्थित है।
42 वर्ग किलोमीटर के इस शहर में आज करीब 7 मेगावाट की मांग है। दीव में पूरे दिन सौर ऊर्जा से चलने वाले सभी घर, वातानुकूलित रिसॉर्ट, दीव के 60 बिस्तर वाले अस्पताल, वातानुकूलित सभी सरकारी गैर सरकारी कार्यालय भवन, आइसक्रीम कारखाने, मछली गोदाम आदि सौर ऊर्जा से चलते हैं।