लखीमपुर खीरी में बड़ा हादसा: नदी में पलटी दो नाव, 25 लोग लापता, तीन को बचाया

लखीमपुर खीरी में एक के बाद एक हुए दो बड़े नाव हादसे. घाघरा नदी में अलग-अलग समय पर नाव के पलटने से 25 लोगों के लापता होने की आशंका है। तीन लोगों को बचा लिया गया है। हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्य करने का निर्देश दिया है।
Photo | Live Hindustan
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डेस्क न्यूज़- लखीमपुर खीरी में एक के बाद एक हुए दो बड़े नाव हादसे. घाघरा नदी में अलग-अलग समय पर नाव के पलटने से 25 लोगों के लापता होने की आशंका है। तीन लोगों को बचा लिया गया है। हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्य करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रबंधन टीम की मदद से बचाव और राहत कार्य तेजी से किया जाए।

बचाव में जुटा प्रशासन

पहली घटना ईसानगर थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव के लोगों के साथ हुई। बताया जाता है कि गांव के लोग सुबह नाव से अपने खेतों में पड़े धान को लेने गए थे। नाव पर 10 लोग सवार थे। इसी बीच नदी किनारे के अटवा गांव के लोगों ने बताया कि जिस नाव पर मिर्जापुर के लोग जा रहे थे वह बह रही थी। उन्होंने आशंका व्यक्त की कि नाव घाघरा नदी की तेज धारा में पलट गई और उसमें सवार लोग लापता हो गए। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद तहसील प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।

धौरहरा तहसीलदार संतोष शुक्ला ने पहले लापता लोगों की तलाश के लिए एक नाव पर कर्मियों को भेजा, लेकिन तेज धार के कारण नाव आगे नहीं बढ़ सकी। अब प्रशासन ने स्टीमर की व्यवस्था की है। बाढ़ पीएसी के जवान स्टीमर से लापता लोगों की तलाश के लिए नदी के उस पार जाएंगे.

दूसरी घटना धौरहरा के जंगल मटेरा गांव के पास हुई। करीब 18 लोग नाव से यहां फसल देखने जा रहे थे। घाघरा की धारा के बीच नाव डूब गई। वन विभाग के लोगों ने एक ग्रामीण को बचाया और दो अन्य तैरकर बाहर निकले। अभी तक 15 लोगों का कुछ पता नहीं चल पाया है। प्रशासन ने जंगल मटेरा गांव पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है।

60 गांवों में बाढ़ का खतरा

बनबसा बैराज से छोड़े गए 5 लाख क्यूसेक पानी ने खीरी में कहर बरपा रखा है। मंगलवार रात को ही पलिया और भीरा के बीच मुख्य सड़क पर तीन फीट पानी आ गया। इसके बाद इस सड़क पर यातायात बंद करना पड़ा। यहां से गुजरने वाली निजी बसों को भी प्रशासन ने रोक दिया। दूसरी ओर शारदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। शारदा खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही है। पलिया के कई मोहल्लों में दो से तीन फीट पानी घुस चुका है। उधर, धौरहरा गोविंदनगर, खजुरिया, प्रतापनगर में लगातार बाढ़ का पानी बढ़ रहा है।

तिकुनिया में मोहाना और कर्णाली नदी उफनाई हुई है। तिकुनिया के 11 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। चौगुरजी के नया पिंड में वाहनों को रोक दिया गया है। नावें लगा दी गई हैं। दोपहर तक फूलबेहड़ के 11 गांवों में भी पानी पहुंचने की उम्मीद है. डीएम डॉ अरविंद चौरसिया ने सभी एसडीएम को बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने को कहा है।

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