IPL के बाकी बचे 31 मैच कराने को लेकर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की कोशिशें लगातार जारी हैं। बोर्ड इसके लिए 20 दिन की विंडो तलाश रही है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट की मानें तो यह टूर्नामेंट अब अगस्त-सितंबर में इंग्लैंड में ही कराया जा सकता है। BCCI इसके लिए इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ECB) से बातचीत कर रहा है। IPL के लिए भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाले 5 टेस्ट की सीरीज के शेड्यूल में भी बदलाव किया जा सकता है।
इसके लिए भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज को अगस्त में ही पूरा कराया जा सकता है।
BCCI के लिए IPL को पूरा करवाना टॉप प्रायोरिटी है। बोर्ड फिलहाल इंग्लैंड को ही बेस्ट ऑप्शन मान रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ BCCI ही नहीं, स्टार स्पोर्ट्स भी टूर्नामेंट
के बाकी मैच को UK में कराने के फेवर में है।
भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज के 5 मैच 4 अगस्त से 14 सितंबर के बीच खेले जाएंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक, ECB सिर्फ इसी शर्त पर शेड्यूल में
बदलाव करने को तैयार है कि IPL का होस्ट उन्हें बनाया जाए।
इससे उनके काउंटीज की भी अच्छी खासी कमाई होगी।
अगर BCCI इंग्लिश बोर्ड को मैच पहले ही कराने के लिए मना लेता है
, तो उन्हें IPL के लिए बड़ा विंडो मिल जाएगा।
साथ ही सभी देश के प्लेयर भी मौजूद रह सकेंगे।
पहले भी इसे सितंबर में कराने की बात चल रही थी।
ऐसे में टी-20 वर्ल्ड कप अक्टूबर के तीसरे हफ्ते में कराया जा सकता है।
क्वारैंटाइन नियम : भारतीय टीम अगले कुछ महीने इंग्लैंड में ही रहेगी।
कई महत्वपूर्ण खिलाड़ी दौरे पर टीम के साथ होंगे।
वहां वे सख्त क्वारैंटाइन नियम का पालन कर चुके होंगे।
जबकि, दूसरे देश में कराने पर खिलाड़ियों को फिर से क्वारैंटाइन नियमों का पालन करना होगा।
इतना ही नहीं दूसरे देश के खिलाड़ी भी आसानी से UK आ सकेंगे।
ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज जैसे देश UK की रेड लिस्ट में नहीं है।
इसका मतलब उन्हें सिर्फ 3 दिन का क्वारैंटाइन पीरियड गुजारना होगा।
साथ ही UK में फिलहाल कोरोना के मामले भी कंट्रोल में हैं।
इंग्लिश काउंटीज की दिलचस्पी : IPL सस्पेंड होने के बाद 4 इंग्लिश काउंटीज ने बाकी बचे मैचों को होस्ट करने में दिलचस्पी दिखाई थी। मिडलसेक्स, सरे, वारविकशायर और लंकाशायर ने IPL कराने का प्रस्ताव रखा था।
इंग्लिश प्लेयर्स भी उपलब्ध रहेंगे : भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज 14 सितंबर तक होना है। इसके बाद इग्लैंड के प्लेयर्स अक्टूबर के पहले हफ्ते में पाकिस्तान रवाना होंगे। अगर BCCI-ECB जुलाई-अगस्त में 5 टेस्ट को पूरा करवाते हैं, तो सितंबर के महीने में इंग्लिश प्लेयर्स भी लीग खेल सकते हैं। जोस बटलर और बेन स्टोक्स जैसे टॉप प्लेयर्स के रहने से BCCI के साथ-साथ स्पॉन्सर्स को भी फायदा होगा।
पहले से तैयारी : इंग्लैंड में 21 जुलाई से 21 अगस्त के बीच द हंड्रेड टूर्नामेंट होना है। इस टूर्नामेंट में दुनिया के कई बिग हिटर्स हिस्सा लेंगे। 8 टीम होने की वजह से इंग्लैंड इसके लिए भी 8 बायो-बबल तैयार करेगा। इससे BCCI को IPL की टीमों के लिए बबल तैयार करने में परेशानी नहीं होगी। साथ ही बोर्ड द हंड्रेड के मुताबिक ही एक प्री-प्लान भी तैयार कर सकेगा।
रेवेन्यू: IPL दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग है। इससे मिलने वाला रेवेन्यू दूसरे खेलों से कई ज्यादा है। BCCI इसके लिए जमकर पैसे लुटाती है और इससे उनकी करोड़ों कमाई भी होती है। पिछले सीजन UAE को इससे करीब 100 करोड़ रुपए का फायदा हुआ था। जब कोरोना की वजह से कई देशों के बोर्ड को नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में IPL होस्ट कर वे मुनाफा कमा सकते हैं।
टूरिज्म को फायदा: एक परेशानी जो BCCI के सामने खड़ी हो सकती है, वह ये है कि UK बाकी देश की अपेक्षा महंगा है। पर बोर्ड इसे दूसरे नजरिए से देख रहा है। इंग्लैंड में कोरोना के कम मामलों के कारण दर्शकों को भी स्टेडियम में आने की इजाजत है। WTC फाइनल और द हंड्रेड में भी दर्शकों को आने की परमिशन दी जाएगी।
दर्शकों के लीग में आने से BCCI, IPL फ्रेंचाइजी और खिलाड़ियों को भी फायदा होगा। IPL सिर्फ भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में पॉपुलर है। इससे वहां के सरकार को टूरिज्म से भी फायदा पहुंचेगा और अच्छा खासा रेवेन्यू भी जनरेट होगा।
इंग्लैंड के अलावा भारत के पास UAE, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका भी ऑप्शन हो सकते हैं। इंग्लैंड के बाद UAE की दावेदारी सबसे मजबूत है, क्योंकि वहां पहले भी टूर्नामेंट हो चुका है। ऑस्ट्रेलिया में IPL होना मुश्किल है। इंग्लैंड टूर के बाद टीम इंडिया का ऑस्ट्रेलिया जाकर IPL खेलना और फिर वापस भारत या UAE आकर अक्टूबर-नवंबर में टी-20 वर्ल्ड कप में शामिल होना न के बराबर है। श्रीलंका में भी पिछले कुछ दिनों में कोरोना के मामले बढ़े हैं।
इंग्लैंड की टीम 18 जून से 4 जुलाई तक श्रीलंका के खिलाफ 3 टी-20 और 3 वनडे मैच खेलेगी। इसके बाद पाकिस्तान की टीम भी इंग्लैंड दौरे पर जाएगी। इन दोनों देशों के बीच 3 वनडे और 3 टी-20 मैच खेले जाएंगे। जुलाई में ऑस्ट्रेलिया को वेस्टइंडीज और साउथ अफ्रीका को आयरलैंड दौरा करना है। अगस्त के आखिरी हफ्ते से लेकर पूरे सितंबर में सिर्फ एक ही इंटरनेशनल टूर्नामेंट होना है। वह है भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज भारत-इंग्लैंड सीरीज शिफ्ट होने पर BCCI को समय मिल सकता है। अक्टूबर और नवंबर में टी-20 वर्ल्ड कप की वजह से IPL कराना संभव नहीं होगा। नवंबर-दिसंबर में अफगानिस्तान और इंग्लैंड भी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रहेंगे। इस दौरान इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया में एशेज सीरीज खेलनी है। अगले IPL सीजन के लिए BCCI को मेगा ऑक्शन भी कराना है। ऐसे में दिसंबर या अगले साल टूर्नामेंट कराना संभव नहीं होगा।
BCCI ने 29 मई को स्पेशल जनरल मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में वे आने वाले क्रिकेट सीजन को लेकर चर्चा करेंगे। हालांकि, इसका मेन एजेंडा टी-20 वर्ल्ड कप को लेकर भारत की तैयारियों को लेकर होगा। पर यह माना जा रहा है कि बोर्ड इस मीटिंग में IPL फेज-2 को लेकर भी चर्चा करेगा। वहीं, इसके बाद इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) भी 1 जून को टी-20 वर्ल्ड कप की मेजबानी को लेकर मीटिंग कर सकता है।
BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली ने भी टेलीग्राफ को दिए इंटरव्यू में कहा था कि वे फिलहाल टूर्नामेंट को लेकर जल्दबाजी नहीं कर रहे। धीरे-धीरे इस पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि IPL इस साल नहीं कराया जा सका, तो BCCI को इससे 2500 करोड़ रुपए तक का नुकसान होगा।