ISI एजेंट को भारत बुलाया, अंसारी के ऑफिस से गया फोन, बीजेपी का दावा

एक पाकिस्तानी पत्रकार ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि वह साल 2005-11 के दौरान कई बार भारत आया और यहां उसने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए कई जानकारियां जुटाईं। इस पर बीजेपी पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस पार्टी पर लगातार हमला बोल रही है ।
बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अंसारी पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगाए
बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अंसारी पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगाए
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पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और आईएसआई एजेंट पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा के कथित कनेक्शन का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। मामलें में भाजपा ने आरोप आरोप लगाया है कि 2010 में तत्कालीन उपराष्ट्रपति कार्यालय ने पाकिस्तानी पत्रकार नुसरत मिर्जा को आमंत्रित करने के लिए आयोजकों को फोन किया था। दरअसल, एक पाकिस्तानी पत्रकार ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि वह साल 2005-11 के दौरान कई बार भारत आया और यहां उसने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए कई जानकारियां जुटाईं। इस पर बीजेपी पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस पार्टी पर लगातार हमला बोल रही है ।

पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने दी सफाई
पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने दी सफाई

एक तस्वीर में अंसारी के साथ पाकिस्तानी पत्रकार भी नजर आ रहा

मामले पर बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अंसारी पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगाए । प्रवक्ता गौरव भाटिया ने एक तस्वीर साझा करते हुए 27 अक्टूबर 2009 को हुई एक बैठक के बारे में बताया । जिसमें अंसारी के साथ पाकिस्तानी पत्रकार भी नजर आ रहा है । भाजपा प्रवक्ता ने सवाल किया कि पूर्व राष्ट्रपति ने यह जानकारी क्यों छिपाई। उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह कांग्रेस के तार पाकिस्तान से जुड़ते हैं, वहीं से करंट आता है।

'बुलाए नहीं जाने पर भड़के अंसारी'

भाटिया ने दावा किया कि अंसारी जी का कहना है कि उन्होंने कभी नुसरत मिर्जा को आमंत्रित नहीं किया, लेकिन 2010 के सम्मेलन के आयोजकों को उपराष्ट्रपति कार्यालय ने पत्रकार नुसरत मिर्जा को फोन पर आमंत्रित करने के लिए कहा।

बीजेपी ने पूछा ऐसा क्यों कहा, क्या रिश्ता है? भाटिया ने कहा कि अंसारी जी ने जिस सेमिनार का जिक्र किया है, उसके आयोजक सुप्रीम कोर्ट के वकील का बयान आया है । उनका कहना है कि उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी जिद कर रहे थे और जब उन्हें नहीं बुलाया गया तो उन्हें बहुत गुस्सा आया । अंसारी जी को अपमानित महसूस हुआ और क्रोधित होकर वे 1 घंटे के बजाय 20 मिनट तक रहे।

भाटिया ने कहा कि उच्च संवैधानिक पदों पर आसीन व्यक्तियों की जिम्मेदारी भी बड़ी होती है । कोई भी हो, भारत सबसे ऊपर है, भारत के नागरिकों का हित। उन्होंने कहा कि हामिद अंसारी जी ने यह कहकर सारा दोष कांग्रेस सरकार पर मढ़ दिया है कि उपराष्ट्रपति के कार्यक्रम में आमंत्रित विदेशी गणमान्य व्यक्तियों को सरकार (विदेश मंत्रालय) की सलाह पर बुलाया जाता है।

पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने दी सफाई

दरअसल, नुसरत मिर्जा को आमंत्रित करने के भाजपा के दावे को खारिज करते हुए अंसारी ने कहा है कि भारत के उपराष्ट्रपति की ओर से विदेशी गणमान्य व्यक्तियों को निमंत्रण आमतौर पर सरकार की सलाह पर विदेश मंत्रालय के माध्यम से दिया जाता है। भाजपा प्रवक्ता ने तंज कसते हुए कहा कि हमारे देश पर 26/11 का आतंकी हमला हुआ था और कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान के आईएसआई एजेंट से सीख रही थी कि आतंकवाद से कैसे लड़ना है।

एक पत्रकार जो भारत की गोपनीय जानकारी पाकिस्तान की आईएसआई को साझा कर रहा

भाटिया ने कहा, 'हामिद अंसारी जी कहते हैं कि मैंने 11 दिसंबर 2010 को आतंकवाद पर सम्मेलन का उद्घाटन किया था। उन्होंने कहा है कि आयोजकों ने आगंतुकों को आमंत्रित किया है, मैंने उन्हें (नुसरत मिर्जा) आमंत्रित नहीं किया और न ही उन्हें मिला। इसके बाद भाटिया ने मुंबई आतंकी हमले की एक साल के अंदर की तस्वीर दिखाकर दावा किया कि 27 अक्टूबर 2009 को हो रही इस बैठक में तत्कालीन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी बीच में बैठे हैं और मंच पर पाकिस्तान के नुसरत मिर्जा भी नजर आ रही हैं । एक पत्रकार जो भारत की गोपनीय जानकारी पाकिस्तान की आईएसआई को साझा कर रहा है? वे तत्कालीन उपराष्ट्रपति के साथ बैठे थे। क्या अंसारी ने 2009 की बैठक को छुपाया था?

ऐसे व्यक्ति को वीजा क्यों दिया गया?

प्रवक्ता ने बताया कि इस बैठक में सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री भी बैठे हैं । क्या यह सवाल नहीं पूछा जाना चाहिए कि ऐसे व्यक्ति को वीजा क्यों दिया गया? वह भारत आता है और रेकी करता है और उस जानकारी का उपयोग भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है।

भारतीयों के जीवन को खतरे में क्यों डाला गया? उन्होंने आरोप लगाया कि सवाल पूछा जाना चाहिए कि हामिद अंसारी जी, आपकी याददाश्त बहुत अच्छी है, तो क्या इस इरादे में कोई खामी थी कि आपने अपने बयान में 2009 के इस कार्यक्रम का जिक्र नहीं किया । संवैधानिक पदों पर आसीन व्यक्ति का सम्मान होना चाहिए लेकिन देश से ऊपर कोई नहीं है।

इन सवालों से पहले हामिद अंसारी और कांग्रेस को जनता को सारी जानकारी साफ-साफ बता देनी चाहिए थी। गोपनीय जानकारी सरकार के साथ साझा की जानी चाहिए थी। बीजेपी का आरोप है कि हामिद अंसारी की वजह से नुसरत मिर्जा को पांच बार वीजा क्यों दिया गया । उन्होंने कहा कि जब कोई व्यक्ति पाकिस्तान से आता है तो उसे नियम के तहत तीन शहरों के लिए अनुमति मिलती है लेकिन उसे 7 शहरों की अनुमति दी जाती है।

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