चीन दुनिया की सबसे बड़ी महाशक्ति बनना चाहती है। इसी के लिए वह 2030 तक 1000 परमाणु हथियार बनाने में लगा हुआ है।
इसको लेकर कुछ सैटेलाइट तस्वीरें शेयर की गई है, जिसने हलचल बढ़ा दी है। तस्वीरों से साफ पता चलता है कि चीन जल्द ही उत्तर-पश्चिमी के ऑटोनॉमस इलाके झिंजियांग में जल्द ही न्यूक्लियर हथियारों की टेस्टिंग की जा सकती है।
चीनी परमाणु की सैटेलाइट तस्वीरें सबसे पहले अमेरिकी अखबार एक विस्तृत रिपोर्ट में छापी गई थी।
झिंजियांग में चीन की लोप नूर न्यूक्लियर टेस्ट फेसिलिटी के संभावित रिएक्टिवेशन को देखा जा सकता है। वहीं भारत के एक प्रतिष्ठित चैनल के पास इसका एक्सेस है।
ये चीनी प्रयास बैलिस्टिक और क्रूज़ मिसाइलों की नई पीढ़ी पर कुछ नवीनतम न्यूक्लियर हथियारों को मजबूती देने में उसकी दिलचस्पी की ओर इशारा करता है।
एक रिपोर्ट में बताया कि "लूप नूर की गतिविधियां यू.एस.-चीन संबंधों में सबसे संवेदनशील समय में से एक हैं।
यू.एस. राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि तेजी से अमेरिका-चीन संबंधों को स्थिरीकरण करने का आह्वान कर रहे हैं। उसने कहा कि उसने उसे ऐसा करने के लिए प्रेरित करने की कोशिश की थी।
पिछले महीने की बैठक में उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ अपने विवादास्पद संबंधों के बारे में एक समझौते पर पहुंचने की मांग की थी।
बता दें कि सैटेलाइट तस्वीरें इलाके में एक नए एयर बेस का निर्माण, कई शाफ्ट और संभवत स्मोक बम (लगभग 90 फीट) का निर्माण दिखाया गया है।
सैटेलाइट तस्वीरों में एक मिनी उपग्रह भी देखा जा सकता है। संभवत इसका उद्देश्य लोप नूर परमाणु सुविधा के लिए एक सहायता केंद्र के रूप में होता है।
शहर के अंदरूनी हिस्से को मालन के नाम से जाना जाता है। यह वलय लाइटलूप खंडहर जैसा दिखता है। ऐसा माना जाता है कि यह शाफ्ट ड्रिलर्स के लिए एक प्रशिक्षण केंद्र है।