INDIA CANADA: कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो के बयान ने दोनों देशों कनाडा और भारत में तल्खी बढ़ा दी है। एक तरफ कनाडा ने भारत पर खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के कनेक्शन के आरोप लगाए, वहीं भारत ने कनाडा के बयान को बेतुका करार दिया है। भारत ने 5 दिन में कनाडाई दूत को देश से जाने के लिए कह दिया है।
दरअसल, कनाडा के नेताओं के लिए खालिस्तान का समर्थन करना मजबूरी बनता जा रहा है। क्योंकि 2025 में कनाडा में होने वाले चुनावों के लिए प्रधानमंत्री और राजनीतिक पार्टियों को इनका समर्थन करना पड़ रहा है।
इसके पीछे की सबसे बड़ी व पहली वजह है कनाडा में जाकर बसे पंजाबी सिख। वहां 9.50 लाख पंजाबी हैं जिनमें 7.70 लाख सिख हैं।
कनाडा में रहने वाले खालिस्तानी आतंकी सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनिके को लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने गोली मार दी है। NIA की मोस्ट वांटेड लिस्ट में सुखदूल सिंह शामिल था।
उसके खिलाफ 20 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। भारत के विदेश मंत्रालय ने कनाडा में रहने वाले अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की।हालिया वक्त में देखा गया है कि कनाडा में मौजूद इंडियन को धमकियां दी जा रही हैं।
दूसरी तरफ खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने हिंदुओं को देश छोड़ने की धमकी दी। इस पर कनाडाई हिंदुओं ने जस्टिन ट्रूडो सरकार को चिट्ठी भी लिखी है।
भारत ने कनाडा के सभी लोगों के लिए वीजा सेवाएं सस्पेंड कर दी हैं। कनाडा में मौजूद भारत के वीजा एप्लिकेशन सेंटर ने ये घोषणा की है।
भारत-कनाडा के रिश्तों पर नजर रखने वाले सिंगापुर यूनिवर्सिटी के स्कॉलर ने कहा- काफी लंबे वक्त से दोनों देशों के बीच यह तनाव है। हालात बहुत ज्यादा खराब हो सकते हैं। ज्यादा जानकारी के लिये देखें वीडियो.....