Mohabbat Kee Dukaan: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका में हैं। वे विदेश में देश की स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं, लेकिन इस चर्चा में वे वैसी बातें कर रहे, जिससे देश की छवि भी धूमिल हो रही है। राहुल गांधी ने एक अमेरिका में कहा कि अभी भारत में मुस्लिमों की वही स्थिति है, जो 1980 के दशक में उत्तर प्रदेश में दलितों की थी।
‘बे एरिया मुस्लिम कम्युनिटी’ ने राहुल गांधी से कहा कि आज भारत में मुस्लिमों को झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है और आज उनकी सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हो गया है।
इस पर राहुल गांधी ने कहा कि आज भारत में मुस्लिमों पर हमले हो रहे हैं, जैसा पहले कभी नहीं हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि जैसा मुस्लिम आज महसूस कर रहे हैं, वैसा ही सिख, ईसाई, दलित, आदिवासी भी महसूस कर रहे हैं।
दरअसल, राहुल गांधी ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’ टैग लाइन से दुनिया में ये प्रचारित कर रहे हैं कि भाजपा के शासन में मुस्लिमों पर अत्याचार हो रहा है। वे सिखों और दलितों को भी इतना ही पीड़ित बता रहे हैं।
हालांकि, राहुल गांधी जिस 1980 के दशक का हवाला देकर भाजपा को घेरने की कोशिश विदेश में कर रहे हैं, उस दौरान उनकी ही पार्टी की शासन था और उनकी दादी इंदिरा गांधी और पिता राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे।
राहुल गांधी ये भूल गए कि जिस 1980 दशक का वे जिक्र कर रहे हैं उस दौरान उत्तर प्रदेश में लगभग 8 साल कांग्रेस की ही सरकार थी। इतना ही नहीं, मणिपुर, बंगाल जैसे कुछ राज्यों को छोड़ दिया जाए तो कमोबेश पूरे भारत में कांग्रेस या कांग्रेस की सहयोगी सरकार थी। इतना ही नहीं, केंद्र में भी इंदिरा गाँधी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार थी।
इसी तरह देश में सिख समुदाय ने जब सबसे अधिक असुरक्षित महसूस किया, उस समय भी केंद्र में और दिल्ली सहित अधिकांश राज्यों में कांग्रेस की सरकार थी। 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी ने कहा था कि ‘जब बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है’। इसके बाद दिल्ली सहित देश भर में कांग्रेस नेताओं की अगुआई में सिखों का कत्लेआम हुआ।
इसी तरह देश में दलितों के खिलाफ कई ऐसे नरसंहार हुए, जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। आंध्र प्रदेश का करमचेदु नरसंहार, तमिलनाडु का किलवेनमनी नरसंहार, बिहार के दलेलचक में राजपूतों का नरसंहार आदि प्रमुख हैं। इसी तरह 1981 में तमिलनाडु के मिनाक्षीपुरम में अन्य पिछड़ा वर्ग के दबंगों से त्रस्त होकर 2000 दलितों ने इस्लाम अपना लिया था। केंद्र में इंदिरा गांधी की सरकार थी, लेकिन सरकार इसे रोकने में नाकाम रही।
राहुल गांधी ने अमेरिका के कैलिफोर्निया में यहां तक कह दिया कि भारत में आजकल कुछ मानते हैं कि पीएम मोदी भगवान से भी ज्यादा जानते हैं। वे भगवान के साथ बैठकर उनको समझा सकते हैं कि आखिर ब्रह्मांड कैसे काम करता है। उन्होंने कहा कि मोदी जी अगर भगवान के साथ बैठ जाएँ तो भगवान भी चौंक जाएंगे कि उन्होंने क्या बना दिया है।
ऐसा नहीं है कि राहुल गांधी विदेश में इस तरह का बयान पहली बार दे रहे हैं। राहुल गांधी अक्सर इस तरह का बयान देते हैं, जो देश की छवि को नुकसान पहुंचाने वाला और प्रधानमंत्री पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला है। दलितों और मुस्लिमों को लेकर उन्होंने जो भी बात कही, वह कांग्रेस की ही पोल-पट्टी खोलने वाला है।