Pakistani Terrorism: अब महिलाओं के जरिये 'जिहाद' की तैयारी; जानें कौन रच रहा साजिश?

Pakistani Terrorism: पाकिस्तान के एक आंतकी संगठन ने 'जिहाद' के लिए महिलाओं को तैयार करने का प्लॉन तैयार किया है। Since Independence पर जानें कौन कैसे रच रहा यह साजिश?
Pakistani Terrorism: अब महिलाओं के जरिये 'जिहाद' की तैयारी; जानें कौन रच रहा साजिश?

Pakistani Terrorism: पड़ौसी देश पाकिस्तान से भारत के विरुद्ध नित नई साजिशें रची जाती हैं। पाकिस्तान में अनेक आंतकी संगठन फल-फूल रहे हैं। ये संगठन लोगों को आंतकवाद का प्रशिक्षण देकर सीमापार से उन्हें भारत भेजकर यहां खून खराबा कराते रहते हैं। अब एक नई साजिश रची जा रही है, जिसमें 'जिहाद' के लिए महिलाओं को तैयार किया जा रहा है। यह साजिश रच रहा है आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी)।

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने महिलाओं को जिहाद के लिए राजी करने के लिए “खवातीन का जिहाद” शीर्षक से एक उर्दू पत्रिका जारी की है। गुलाबी रंग की पत्रिका के 10 अध्यायों में महिलाओं के जिहाद के तरीकों, इस्लाम में महिलाओं के कर्तव्यों, हिजरा (प्रवास) के महत्व पर चर्चा की गई है। साथ ही इसके बारे में भी बताया गया है कि अश्लीलता और इस्लामोफोबिया से कैसे बचा जाए?

जिहाद में महिलाओं से साथ देने की अपील

पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने पिछले सप्ताह एक महिला आतंकवादी का वीडियो भी जारी किया था, जिसके बाद टीटीपी ने यह पत्रिका प्रकाशित की है। आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने महिलाओं को सुंदर लगने वाले गुलाबी रंग में रंगी एक जेहादी पत्रिका जारी की है।

इस पत्रिका में बताया गया है कि महिलाएं किस तरह से जिहाद में उनका साथ दे सकती हैं। महिलाओं को समझाने के लिए टीटीपी ने अपने हिसाब से इस्लाम में महिलाओं के क्या कर्तव्य है, इसे सिलसिलेवार तरीके से बताया है।

पत्रिका के जरिये महिलाओं को समझाने की कोशिश

दिलचस्प यह भी है कि टीटीपी ने इस पत्रिका में महिलाओं को यह समझाने की कोशिश की है कि इस्लामोफोबिया से कैसे बचा जाए। इस्लामोफोबिया एक ऐसा शब्द है जिसे लेकर लोगों ने अलग-अलग तरीके से अपनी व्याख्या की है और इस शब्द को सामने रखकर अपना मतलब साधने के लिए सामने वाले को समझाने की कोशिश की जाती है।

पत्रिका में इस्लामोफोबिया का भी जिक्र

इस्लामोफोबिया दो शब्दों से मिलकर बना है पहला शब्द है इस्लाम; जो कि एक धर्म है जिसे “मुस्लिम धर्म” भी कहा जाता है। दूसरा शब्द है “फोबिया” (Phobia) यह एक प्रकार का ऐसा डर या घृणा होती है, जिसके लिए कोई पर्याप्त कारण बताया नहीं जा सकता। अर्थात “फोबिया” एक अनचाहे डर को कहा जाता है जो किसी भी वस्तु को लेकर हो सकता है फिर चाहे वह वस्तु डरावनी हो या न हो।

यह भी ध्यान रहे कि आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने यह पत्रिका ऐसे समय में जारी की है जब पिछले सप्ताह ही पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने माहिल बलूच नाम की एक कथित महिला आतंकवादी को गिरफ्तार किया था।

पाक फौज ने जारी किया था एक वीडियो

इस महिला का एक वीडियो भी जारी किया गया था। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों का आरोप है कि माहिल बलोच को उसके बच्चों को जान से मारने की धमकी देकर प्रतिबंधित संगठन में घसीटा गया था। पाकिस्तानी सुरक्षाबलों का दावा था कि माहिल बलोच को एक सुसाइड जैकेट के साथ गिरफ्तार किया गया था।

उसे यह जैकेट शरबत खान नाम के व्यक्ति ने दी थी। माहिल बलोच यह सुसाइड जैकेट किसी और को देने जा रही थी। बलोच माहिल के जरिए बलूचिस्तान में बड़े आतंकी ऑपरेशन को अंजाम दिया जाता था।

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