डेस्क न्यूज़ – PM नरेंद्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' अभियान और आत्मनिर्भर भारत के लिए Apple ने अपना योगदान दिया है। दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक Apple ने भारत में अपने प्रमुख iPhone 11 का उत्पादन शुरू कर दिया है। रिपोर्टों के अनुसार, आईफोन 11 का उत्पादन चेन्नई के पास फॉक्सकॉन प्लांट में किया जाएगा।
Apple के इस कदम के कई मायने हैं। परंपरागत रूप से चीन में बड़ी संख्या में Apple फोन बनाए जाते हैं। हालांकि, हाल ही में अमेरिका-चीन के बीच लंबे समय से चल रहे व्यापार युद्ध के बाद पैदा हुई स्थिति के कारण दोनों देशों के बीच संबंध काफी हद तक बिगड़ चुके हैं। यह इस तथ्य के कारण हो सकता है कि iPhone उत्पादन भारत में कुछ हद तक स्थानांतरित हो गया है।
पता चला है कि Apple कंपनी बेंगलुरु के पास विस्ट्रॉन प्लांट में एक नया iPhone SE बनाने की योजना पर विचार कर रही है। अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स में इस संबंध में एक रिपोर्ट दी गई है। यह बताता है कि इकाई ने पहले iPhone SE का उत्पादन किया था, जिसे वापस ले लिया गया था। यह भी कहा जा रहा है कि Apple चीन पर अपनी निर्भरता को कम करने के लिए विदेशों में भारत में बने iPhone को बेचने की भी योजना बना रहा है।
अगर ऐसा होता है, तो यह भारत के लिए कई मायनों में अच्छी खबर है। पहला यह है कि लॉक डाउन में कई कंपनियों और उद्योगों में छंटनी के कारण बेरोज़गारी में वृद्धि हुई है। अगर अमेरिका और चीन के बीच संघर्ष के कारण भारत में कंपनियां आती हैं, तो यह रोजगार सृजन की दिशा में एक अच्छा कदम होगा। दूसरे, भारत में निर्माण बढ़ने से भारत की छवि विश्व स्तर पर भी लाभान्वित होगी।