डेस्क न्यूज़ – राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के परिणामों ने द्वितीय विश्व युद्ध या 9/11 के आतंकवादी हमले के दौरान पर्ल हार्बर में हुए हमलों की तुलना में संयुक्त राज्य अमेरिका को बहुत नुकसान पहुँचाया है। यह महामारी पर्ल हार्बर से भी बदतर है। उन्होंने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा – यह विश्व व्यापार केंद्र से भी बदतर है और ऐसा कभी नहीं होना चाहिए। राष्ट्रपति ट्रम्प शुरू से ही महामारी के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं और उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर चीन का पक्ष लेने का आरोप लगाते हुए फंडिंग रोक दी है।
आपको बता दें कि 1941 में हवाई के पर्ल हार्बर नेवल बेस पर जापानी हमले ने संयुक्त राज्य अमेरिका को द्वितीय विश्व युद्ध में जबरन खींच लिया था। इस हमले से पहले, अमेरिका द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल होने से बचता रहा था। हालांकि, जब अमेरिका हमले के बाद युद्ध में शामिल हुआ, तो यह दुनिया में शक्ति के नए केंद्र के रूप में उभरा, अब तक वह शक्ति जो ब्रिटेन के पास थी, अमेरिका के हाथों में पहुंच गई।
वहीं, 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका में हुए आतंकवादी हमलों में लगभग 3,000 लोग मारे गए थे। उनमें से ज्यादातर न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में थे। आपको बता दें कि इस हमले के बाद, इराक और अफगानिस्तान और अन्य देशों में दो दशक के अमेरिकी युद्ध और आतंकवाद विरोधी अभियान जारी रहे। हालांकि, चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वायरस ने बिना बम या गोली के पूरी दुनिया की कमर तोड़ दी है।
इस वायरस से अमेरिका सबसे ज्यादा पीड़ित हुआ है। जहां उनके देश में 12 लाख 60 हजार लोग कोरोना से संक्रमित हैं, वहीं 47 हजार 577 लोग मारे गए हैं। संक्रमण को रोकने के लिए लॉक–डाउन के कारण अर्थव्यवस्था भी पटरी से उतर रही है। दूसरी ओर, अगर हम पूरी दुनिया की बात करें, तो इस महामारी से 37 लाख 60 हजार से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं, जबकि दो लाख 64 हजार लोग मारे गए हैं।