न्यूज़- अंतरिक्ष के क्षेत्र में आज का दिन हमेशा याद किया जाएगा। आज अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अपने 2 अंतरिक्ष यात्रियों को निजी कंपनी स्पेसएक्स के अंतरिक्ष यान से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर भेजा। मिशन का नाम 'क्रू डेमो-2' और स्पेसक्राफ्ट का नाम 'क्री ड्रैगन' है। इस मिशन में स्पेस एक्स ने नासा के दो एस्ट्रोनॉट रॉबर्ट बेनकेन और डगलस हर्ले को स्पेस स्टेशन भेजा है। इस महत्वपूर्ण मिशन को देखने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उप राष्ट्रपति माइक पेंस फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर पहुंचे।
मिशन के लॉन्च होने से पहले मौसम की अनिश्चितता के हालात बने रहे, आखिरकार मौसम में सुधार हुआ। स्पेसएक्स के दो-चरण वाले फाल्कन 9 रॉकेट को फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से दोपहर बाद 3:22 बजे (1922 जीएमटी) पर छोड़ा गया। इससे पहले यह लॉन्चिंग 27 मई की रात को नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से होनी थी, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से 17 मिनट पहले मिशन रोक दिया गया था।
फाल्कन 9 रॉकेट ने अपने सभी चरण सफलता पूर्वक संपन्न किए। अंतरिक्ष यात्रियों के कैप्सूल को पृथ्वी की कक्षा बाहर पहुंचाने के बाद फाल्कन 9 अलग होगा। इसके बाद प्रशांत महासागर ने उसकी सुरक्षित लैंडिग करायी गई। रॉबर्ट बेनकेन और डगलस हर्ले के लेकर जा रहा कैप्सूल 31 मई 10:30 PM (EDT) बजे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के साथ डॉकिंग करेगा। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए यह कैप्सूल 19 घंटे यात्रा करेगा।
इससे पहले स्पेस एक्स के स्टारशिप रॉकेट प्रोटोटाइप में शुक्रवार को टेस्ट के दौरान विस्फोट हो गया। एक साल के भीतर यह चौथी बार है जब स्पेसएक्स का स्टारशिप प्रोटोटाइप हादसे का शिकार हुआ है। । बताया जाता है स्टारशिप रॉकेट का इंजन स्टार्ट करने के बाद उसमें से धुआं निकला और फिर तेजी से धमाका हुआ। हालांकि स्पेस एक्स कंपनी को स्टारशिप रॉकेट से काफी उम्मीदें थीं, जिसकी लंबाई 394 फीट है।