इस हफ्ते लगातार दो दिन के बाद आज शेयर बाजार 500 अंक से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुआ। बीएसई सेंसेक्स 555.15 अंक गिरकर 59,189.73 पर और एनएसई निफ्टी 176.30 अंक गिरकर 17,646 अंक पर बंद हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस और आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में गिरावट से बुधवार को सेंसेक्स 555 अंक टूट गया। वैश्विक बाजारों में बिकवाली से भी यहां धारणा प्रभावित हुई।
आज सेंसेक्स के 30 शेयरों में से सिर्फ 3 शेयर तेजी के साथ बंद हुए। बाकी 27 शेयर लाल निशान पर बंद हुए। एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस और एचडीएफसी के शेयरों में तेजी रही। इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, बजाज ऑटो और सन फार्मा को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 262.19 लाख करोड़ पर बंद हुआ।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'कमजोर वैश्विक रुख के कारण मेटल और आईटी शेयरों में मुनाफावसूली हुई। इससे बाजार शुरुआती बढ़त में गिरावट के साथ बंद हुआ। उन्होंने कहा कि भारतीय बाजार कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण प्रभावित हो रहा है, जबकि मुद्रास्फीति से अमेरिका में बॉन्ड यील्ड पर असर पड़ा है।
इसके अलावा भारतीय रिजर्व बैंक की द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक भी बुधवार को शुरू हुई। माना जा रहा है कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में बदलाव नहीं करेगा। बता दें की रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास शुक्रवार को छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति के फैसले की घोषणा करेंगे। एक्सपर्ट्स का मानना है कि केंद्रीय बैंक लगातार आठवीं बार नीतिगत दरों पर यथास्थिति बनाए रखेगा। फिलहाल रिवर्स रेपो रेट 3.35 और रेपो रेट 4 फीसदी है।
अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग के हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया के कॉस्पी और जापान के निक्की में गिरावट रही। चीन का शंघाई कम्पोजिट बंद रहा। दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार घाटे में रहे। इस बीच अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड ऑयल 1.14 फीसदी बढ़कर 82.19 डॉलर प्रति बैरल हो गया।