डेस्क न्यूज़- फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के आईपीओ की तारीख तय हो गई है, कंपनी का इश्यू 14 से 16 जुलाई तक खुलेगा, Zomato के IPO में 9,000 करोड़ रुपये की प्राथमिक बिक्री होगी, जबकि 375 करोड़ रुपये की बिक्री के लिए शेयर ऑफर होगा, ऑफर फॉर सेल का मतलब है कि अन्य शेयरधारक कंपनी में अपने शेयर बेचेंगे, यहां जानिए Zomato IPO के बारे में सबकुछ।
यह एक ऑनलाइन रेस्टोरेंट एग्रीगेटर है, यह रेस्टोरेंट से ग्राहकों तक खाना और अन्य सामान डिलीवर करता है, यह रेस्तरां और होटलों की तस्वीरें और समीक्षाएं भी प्रदान करता है, यह रेस्टोरेंट के लिए मार्केटिंग भी करता है।
वित्त वर्ष 2018 में इसका कुल राजस्व 487 करोड़ रुपये था जो 2020-21 में बढ़कर 2,743 करोड़ रुपये हो गया, इसे 2,385 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।
यह 14 से 16 जुलाई तक खुला रहेगा, इस दौरान आप इसके शेयर खरीद सकते हैं।
इसकी कीमत 72 रुपये से 76 रुपये रखी गई है, हालांकि, जब आप 76 रुपये के लिए आवेदन करेंगे तो आपको शेयर मिलने की संभावना ज्यादा होगी।
आप 195 शेयरों या उसके गुणकों में आवेदन कर सकते हैं, हालांकि, एक खुदरा निवेशक अधिकतम 13 लॉट के लिए आवेदन कर सकता है, सेबी के नियमों के मुताबिक आप 2 लाख रुपये से ज्यादा का निवेश नहीं कर सकते।
इसमें 933 करोड़ रुपये का हिस्सा रिटेल के लिए आरक्षित है, यानी कुल आईपीओ का 10% मिलेगा, क्यूआईबी को सबसे ज्यादा 75 फीसदी मिलेगा, कर्मचारियों को 65 लाख शेयर मिलेंगे।
22 जुलाई को अलॉटमेंट और 23 जुलाई को रिफंड किया जाएगा, यानी 26 जुलाई तक आपके डीमैट खाते में शेयर आ जाएंगे।
आप इसके लिए लिंकटाइम इंडिया या कंपनी की वेबसाइट या स्टॉक एक्सचेंज की वेबसाइट से चेक कर सकते हैं।
26 को अलॉटमेंट के बाद 27 जुलाई को लिस्ट होगी।
कंपनी को विकसित करने और अन्य कंपनियों को खरीदने के लिए कंपनी आईपीओ के पैसे से 5,625 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
Zomato ने हाल ही में 55-60 रुपये के भाव पर शेयर बेचकर पैसा जुटाया था, तब इसकी वैल्यूएशन 40 हजार करोड़ थी, अभी यह 56 हजार करोड़ रुपये है।
इसके शेयरों का अंकित मूल्य 1 रुपए होगा, 25% शेयर खुदरा और उच्च निवल मूल्य वाले व्यक्तियों यानी एचएनआई के लिए आरक्षित है, अपर वैल्यू यानी 72 रुपये के हिसाब से कंपनी की वैल्यूएशन 56 हजार 200 करोड़ रुपये है, Zomato ने अप्रैल में IPO के लिए सेबी को एक ड्राफ्ट जमा किया था और इसे पिछले हफ्ते मंजूरी दे दी गई थी।
इसके अन्य शेयरधारक उबर, अलीपे, एंटफिन सिंगापुर, इंटरनेट फंड, एससीआई ग्रोथ इन्वेस्टमेंट्स और इसके सह-संस्थापक दीपिंदर गोयल हैं, सभी के पास 6-6% से अधिक हिस्सेदारी है, वैसे अनलिस्टेड मार्केट यानी ग्रे मार्केट में इसके शेयरों की ज्यादा डिमांड नहीं है, ग्रे मार्केट में यह महज 78 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है, यानी 10-12 फीसदी ज्यादा कारोबार है, इससे भी इसे अच्छी लिस्टिंग और प्रॉफिट की उम्मीद नहीं है।
एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, Zomato में Quora प्रबंधन, टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट, Fidelity और InfoEdge से निवेश है। इसमें सबसे बड़ी हिस्सेदारी (18.4%) इंफो एज के पास है, जो ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के जरिए 375 करोड़ रुपये के शेयर बेचेगी, कंपनी पहले Zomato के इश्यू में 750 करोड़ रुपये का OFS लाने जा रही थी।
4 जुलाई को एक्सचेंज को दी गई जानकारी में Zomato ने कहा कि कंपनी ने ऑफर फॉर सेल का आकार कम कर दिया है, इंफो एज ऑफर फॉर सेल के जरिए 375 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है, कंपनी ने इस साल अप्रैल में आईपीओ के लिए सेबी के पास एक रेड हेरिंग ड्राफ्ट प्रॉस्पेक्टस दाखिल किया था।
प्राइमरी मार्केट में पॉजिटिव सेंटीमेंट के साथ डोमेस्टिक स्टार्टअप कंपनियां पब्लिक ऑफरिंग के लिए लगातार कोशिश कर रही हैं, इसमें Zomato के साथ-साथ Paytm जैसे बड़े नाम भी शामिल हैं, पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड अगले सप्ताह आईपीओ के लिए सेबी को मसौदा सौंप सकती है, कंपनी इस आईपीओ से 17-18 हजार करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी कर रही है, इसका मूल्यांकन करीब 1.85 लाख करोड़ रुपये माना जा रहा है।
यह पिछले चार साल में दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ है, इससे पहले पिछले साल एसबीआई कार्ड्स ने 10,355 करोड़ रुपये और उससे पहले 2017 में जनरल इंश्योरेंस (जीआईसी) ने 11,176 करोड़ रुपये जुटाए थे।