डेस्क न्यूज़: मां के गर्भ में ही दोनों के दिल एक साथ धड़कने लगे। दुनिया में भी एक साथ कदम रखा। एक साथ बड़े हुए और भविष्य की नींव भी एक साथ रखी। दोनों जुड़वां अपने जीवन के सबसे प्रतिभाशाली मुकाम पर थे। नौकरी थी, घर में सुख-समृद्धि थी, लेकिन इन खुशियों पर अचानक ही कोरोना ने ग्रहण लगा दिया। दोनों की सांस थम गई। महज 24 साल की उम्र में एक साथ दुनिया में आए दोनों भाई एक साथ इस दुनिया से चले गए। पीछे छूट गई तो बस सुनहरी यादें, जिन्हें याद कर बार-बार मां-बाप की आंखें नम कर जाती हैं।
सेंट थॉमस इंग्लिश मीडियम स्कूल के शिक्षक ग्रेगरी राफेल और सोजा ग्रेगरी का परिवार एक झटके में बिखर गया। कोरोना ने उनके जुड़वां बेटों को उनसे हमेशा के लिए छीन लिया है। दस दिन पहले दोनों भाइयों अल्फ्रेड और जोफ्रेड को संक्रमण की पुष्टि होने के बाद आनंद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दोनों भाई इंजीनियर थे। एक हैदराबाद में था और दूसरा बैंगलोर स्थित एक कंपनी में था।
हालांकि दोनों वर्क फ्रॉम होम कर रहे थे। इस बीच, वायरस ने उन्हें निशाना बनाया। कोरोना की रिपोर्ट निगेटिव थी लेकिन फेफड़ों का संक्रमण फैल चुका था। दोनों को बचाने की तमाम कोशिशें हुईं, लेकिन नियति के सामने तमाम कोशिशें बेकार साबित हुईं। आखिर में महज 24 साल की उम्र में दोनों भाइयों ने एक साथ दुनिया को अलविदा कह दिया।
भारत में कोरोना का कहर इस तरह बढ़ता जा रहा है की हर राज्ये की सरकारे अब असफल सी नजर आ रही है वही हम बात करे 24 घंटों में कोरोना से 4,329 मौतों के साथ भारत में कोविड संक्रमण की सबसे ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं। इसकी जानकारी मंगलवार को केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने दी।
हालांकि, दूसरी तरफ कोरोना के 2,63,533 नए मामले सामने आए, जो कि 26 दिनों में सबसे कम थे। 21 अप्रैल के बाद पहली बार सोमवार को कोविड मामलों की संख्या तीन लाख से कम आई।
भारत में 12 मई को कोरोना से 4,205 लोगों की जाने गई, जबकि 7 मई को देश में 4,14,188 के अपने उच्चतम मामले दर्ज किए गए थे।
महाराष्ट्र अब तक की सबसे ज्यादा मौतों के साथ शीर्ष पर बना हुआ है, पिछले सप्ताह दर्ज किए गए सबसे ज्यादा मामलों में पश्चिमी राज्य कर्नाटक से आगे निकल गया है।