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केरल मे खुलने वाले हैं रेस्टोरेंट और बार ,50 प्रतिशत ग्राहकों के साथ मिलेगी अनुमति

केरल में कोविड-19 के मामलों में गिरावट आने के साथ ही राज्य की 90 फीसदी आबादी को टीके की पहली खुराक लग जाने से रेस्तरां व बार को नियमों के साथ खोले जाने की अनुमति दी गई है|

Prabhat Chaturvedi

तिरुवनंतपुरम : केरल में कोरोना के मामलों में गिरावट आने और लक्षित जनसंख्या के 90 प्रतिशत से अधिक को टीके की पहली डोज़ लग जाने के बाद राज्य सरकार ने शनिवार को पाबंदियों में ढील दी तथा रेस्तरां एवं बार को शर्तों के साथ खोलने की अनुमति देने का फैसला किया।

मुख्यमंत्री ने कहा –

विजयन ने कहा , 'पिछले सप्ताह की तुलना में उपचाराधीन रोगियों की संख्या आठ फीसदी घट गयी है। अबतक 3,50,12,467 लोगों को वैक्सीन लगाया गया है। उनमें से 2,44,71,319 लोगों को पहली डोज़ दी गयी है जबकि 1,05,41,148 को दोनों डोज़ दी जा चुकी है। '

उन्होंने कहा कि बस 22 लाख ऐसे लोग हैं जिन्हें पहली खुराक भी अभी नहीं लगी है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को दोनों डोज़ लग गयी है वे रेस्तरां एवं बार में खा-पी सकते हैं।

उच्च स्तरीय कोविड-19 आकलन बैठक के बाद मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने संवाददाताओं से कहा कि इनडोर स्टेडियम एवं स्वीमिंग पुल पूर्ण रूपेण टीकाकरण से गुजर चुके कर्मियों के साथ खुल सकते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने पाबंदियों में ढील देने का फैसला लिया है क्योंकि लक्षित जनसंख्या में 90 प्रतिशत को वैक्सीन की पहली डोज़ लगायी जा चुकी है।

CM ने कहा,

"रेस्तरां एवं बारों में केवल 50 फीसदी सीटों का उपयोग किया जाना चाहिए. सभी कर्मचारी टीकाकरण से गुजर चुके हों तथा एयर कंडीशन का उपयोग नहीं किया जाए तथा खिड़कियां खुली रखी जाएं.' केरल में शनिवार को कोविड-19 के 16,671 नये संक्रमित सामने आये एवं 120 मरीजों की जान चली गयी. अबतक 46,13,964 लेाग संक्रमित हो चुके हैं जिनमें से 24,248 की जान जा चुकी है। "

शासन ने जारी किया निर्देश

इसके अलावा शासन ने गाइड लाइन जारी किए हैं जिसके अनुसार बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य से संबंधित मसलो पर चर्चा के लिए सभी स्टेशन हाउस अधिकारियों को क्षेत्र के स्कूलों के प्रधानाध्यापकों और स्कूल प्रबंधन प्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक बुलानी चाहिए। इसके अलावा बच्चों को ले जाने वाले स्कूली वाहनों की दक्षता सुनिश्चित करने के लिए पुलिस जिम्मेदार है। वो इस संबंध में मोटर वाहन विभाग की मदद भी ले सकते है। साथ ही स्कूल वाहनों की मरम्मत 20 अक्टूबर तक समाप्त कर लेनी चाहिए। वहीं चालकों के पास कम से कम दस वर्ष का कार्य अनुभव होना चाहिए, चाहे वे निजी वहां या स्कूल वाहनों में बच्चों को ले जा रहे हो। साथ ही साथ सभी स्कूलों में एक अध्यापक को स्कूल सुरक्षा अधिकारी नियुक्त किया जाना चाहिए आदि शामिल है।

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