मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में संपूर्ण लॉकडाउन के संकेत दिए हैं। गहलोत ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के देशव्यापी लॉकडाउन के आइडिया का समर्थन किया है। राहुल के बयान का समर्थन करते हुए गहलोत ने योजनाबद्ध तरीके से लॉकडाउन लगाने की पैरवी की है। गहलोत ने साथ ही यह भी तर्क दिया है कि योजनाबद्ध लॉकडाउन ही कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में मददगार हो सकता है। गहलोत की सोशल मीडिया पोस्ट को राजस्थान में संपूर्ण लॉकडाउन लगाने का संकेत माना जा रहा है।
गहलोत कैबिनेट की कल की बैठक में मौजूदा मिनी लॉकडाउन को संपूर्ण
लॉकडााउन में बदलने और शादियों पर पूरी तरह पाबंदी लगाने पर चर्चा की
थी। सख्त लॉकडाउन पर पांच मंत्रियों से रिपोर्ट मांगी है। 5 मंत्रियों की रिपोर्ट
आने के बाद कभी भी संपूर्ण लॉकडााउन के साथ शादियों पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी जाएगी।
मैं राहुल गांधी के उस आह्वान का पूरी तरह समर्थन करता हूं,
जिसमें उन्होंने लॉकडाउन को ही अब अंतिम विकल्प बताया है।
एक साल से भी ज्यादा समय से हमारे डॉक्टर्स, मेडिकल स्टाफ देश के लिए अतिरिक्त बोझ उठा रहे हैं।
उनमें से कइयों की जान चली गई है। कोरोना की दूसरी लहर हमारे सिर पर है।
एक्सपर्ट और डॉक्टर्स का मानना हैं कि हम कितनी ही तैयारियां कर लें, हम पहले से ही आक्सीजन, दवाओं और उपकरणों की कमी से
जूझ रहे हैं, जल्द ही हमें मेडिकल स्टाफ की कमी से भी जूझाना पड़ सकता है।
गहलोत ने लिखा- पिछले साल जिस तरह हमने देखा किस तरह गरीब लोगों, प्रवासी श्रमिकों और आम आदमी को कठिनाइयां हुईं। उस तरह की कठिनाइयों से बचने के लिए एक अच्छी तरह से योजनाबद्ध लाकडाउन वायरस की चेन को तोड़ने में मददगार हो सकता है और देश को बेहतर तैयार होने में मदद कर सकता है।