corona second wave

अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज चंद्रो तोमर का निधन, कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव आई थी रिपोर्ट

Manish meena

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति बटोरी और राष्ट्रीय स्तर पर 50 से अधिक पदक जीतकर कामयाबी हासिल करने वाली बागपत के जौहड़ी गांव निवासी अंतरराष्ट्रीय शूटर दादी चंद्रो तोमर का निधन हो गया है। कुछ दिन पहले ही उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आ गई थी। उन्हें सांस लेने में दिक्कत महसूस हो रही थी।

बागपत के जौहड़ी गांव निवासी अंतरराष्ट्रीय शूटर दादी चंद्रो तोमर का निधन हो गया है

शूटर दादी चन्द्रों की मेडिकल कॉलेज में आज दोपहर उपचार के दौरान मृत्यु

हो गई है। उनके परिजनों को सूचना दे दी गई है। मेडिकल के कोविड

अस्पताल के प्रभारी डॉ. धीरज बालियान ने इसकी पुष्टि की है। इससे पहले

वह आनंद अस्पताल में भर्ती थी। हालत बिगड़ने पर गुरुवार रात सात बजे उन्हें मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया था।

तब से वह मेडिकल के कोविड-19 अस्पताल में भर्ती थी।

मूलरूप से शामली के गांव मखमूलपुर में शूटर दादी का जन्म एक जनवरी 1932 को हुआ।

सोलह साल की उम्र में जौहड़ी के किसान भंवर सिंह से उनकी शादी हो गई।

भरे-पूरे परिवार में निशानेबाजी सीखने की दिलचस्प कहानी है।

चंद्रो तोमर ने जब निशानेबाजी को अपनाया, तब उनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक थी

चंद्रो तोमर ने जब निशानेबाजी को अपनाया, तब उनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक थी। इसके बाद उन्होंने कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं जीतीं। उन्हें विश्व की सबसे उम्रदराज निशानेबाज माना जाता है। चंद्रो तोमर और प्रकाशी तोमर की जिंदगी पर 'सांड की आंख' नाम से एक फिल्म भी बनाई जा चुकी है। इस फिल्म में तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर ने भूमिका निभाई है।

साल 1998 में जौहड़ी में शूटिंग रेंज की शुरुआत डॉ. राजपाल सिंह ने की

बता दें कि साल 1998 में जौहड़ी में शूटिंग रेंज की शुरुआत डॉ. राजपाल सिंह ने की। लाडली पौत्री शेफाली तोमर को निशानेबाजी सिखाने के लिए वह रोज घर से शूटिंग रेंज तक जाती थी। शेफाली शूटिंग सीखती और चंद्रो तोमर देखती रहती थी। एक दिन चंद्रो तोमर ने एयर पिस्टल शेफाली से लेकर खुद निशाना लगाया। पहला निशाना दस पर लगा… दादी की निशानेबाजी देख रहे बच्चों ने तालियां बजाई। यहीं से शुरू हुआ चंद्रो तोमर की निशानेबाजी का सफर।

Like and Follow us on :

Zeenat Aman ने जानवरों पर हो रहें अत्याचार को लेकर जताया दुख, को-एक्टर्स से की यह अपील

संविधान में मुसलमानों को क्यों नहीं मिला आरक्षण, वजह जानकर चौंक जाएंगे आप

कौन है कांग्रेस के चाणक्य, जो अमेठी में स्मृति ईरानी को देंगे टक्कर

क्या आपको भी किसी चीज को छूने से लगता है करंट, तो जान लें वजह

World Press Freedom Day - क्यों मनाया जाता है विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस? क्यों है ये इतना खास