corona vaccine

कोरोना: राज्यों के पास कमी, तो प्राइवेट अस्पतालों में कैसे मिल रहीं वैक्सीन

दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में रहने वाले प्रशांत कुमार पिछले कई दिनों से अपने और अपने परिवार के लिए वैक्सीन का स्लॉट बुक करने की कोशिश कर रहे थे. सरकारी अस्पतालों और टीकाकरण केंद्रों में उन्हें स्लॉट नहीं मिला, तो उन्होंने प्राइवेट अस्पताल में वैक्सीन लेने का फ़ैसला किया

Manish meena

दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में रहने वाले प्रशांत कुमार पिछले कई दिनों से अपने और अपने परिवार के लिए वैक्सीन का स्लॉट बुक करने की कोशिश कर रहे थे. सरकारी अस्पतालों और टीकाकरण केंद्रों में उन्हें स्लॉट नहीं मिला, तो उन्होंने प्राइवेट अस्पताल में वैक्सीन लेने का फ़ैसला किया.

प्राइवेट अस्पतालों में उसी दिन के स्लॉट मिल जा रहे हैं, लेकिन सरकारी अस्पतालों में अगले कई दिनों के स्लॉट भरे हुए हैं

वो कहते हैं, "ये हैरानी की बात है कि प्राइवेट अस्पतालों में उसी दिन के स्लॉट मिल जा रहे हैं, लेकिन सरकारी अस्पतालों में अगले कई दिनों के स्लॉट भरे हुए हैं."प्रशांत कहते हैं कि उन्हें पैसे देकर वैक्सीन लेने में भी कोई परेशानी नहीं है, लेकिन प्राइवेट अस्पताल जायज़ पैसे नहीं ले रहे हैं.

वो कहते हैं, "हर अस्पताल का अपना रेट है. एक डोज़ के एक हज़ार रुपए तक लग रहे हैं. परिवार में दो लोग दो डोज़ लेंगे, तो चार हज़ार रुपए देने होंगे, जबकि वैक्सीन इतनी महंगी नहीं है."

प्राइवेट अस्पतालों में आसानी से वैक्सीन मिल रही है

कोविन ऐप पर नोएडा के अस्पतालों में स्लॉट खोजने की कोशिश की तो पाया कि प्रशांत का दावा सही है. हमने पाया कि सरकारी अस्पतालों में अगले कई दिनों के स्लॉट बुक हैं जबकि प्राइवेट अस्पतालों में आसानी से वैक्सीन मिल रही है, ख़ासतौर पर 18 से 44 साल के लोगों के लिए. वैक्सीन के रेट 250 रुपए से 1000 रुपए तक हैं.

प्राइवेट अस्पतालों में 600 रुपए से लेकर 1000 रुपए की क़ीमत चुका कर वैक्सीन ली जा सकती है

दिल्ली में भी प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन आसानी से मिल रही है. कोविन ऐप में एक ओर जहाँ ज़्यादातर सरकारी अस्पतालों में जगह नहीं है, प्राइवेट अस्पतालों में 600 रुपए से लेकर 1000 रुपए की क़ीमत चुका कर वैक्सीन ली जा सकती है.

दिल्ली सरकार ने इसके लिए केंद्र की नीतियों को ज़िम्मेदार ठहराया है. आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी ने दिल्ली के कोविन ऐप की एक तस्वीर ट्वीट कर लिखा, "भारत शायद दुनिया का इकलौता देश है, जहाँ राज्य सरकार जो मुफ़्त में वैक्सीन दे रही है, उसके पास सप्लाई नहीं है और प्राइवेट अस्पतालों के पास बढ़े हुए रेट में देने के लिए वैक्सीन उपलब्ध है."

बीजेपी ने आरोप को ख़ारिज किए

हालाँकि बीजेपी ने आरोप को ख़ारिज करते हुए कहा है कि दिल्ली ने समय रहते वैक्सीन नहीं ख़रीदी, और राज्य से ज़्यादा वैक्सीन प्राइवेट अस्पतालों ने ख़रीद ली.

केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने 11 मुख्यमंत्रियों की चिट्ठी लिख कहा है कि केंद्र सरकार वैक्सीन देने की अपनी ज़िम्मेदारियों से भाग रही है.

महाराष्ट्र में भी प्राइवेट अस्पतालों में उपलब्ध वैक्सीन

लेकिन ये हाल सिर्फ़ दिल्ली और नोएडा का नहीं है. महाराष्ट्र में राज्य सरकार को 18 से 44 साल के लोगों के टीकाकरण को रोकना पड़ा था. सरकार के मुताबिक़ के जल्द ही फिर से टीकाकरण शुरू किया जाएगा.

लेकिन कोविन ऐप पर महाराष्ट्र के पुणे, नासिक, मुंबई समेत कई शहरों में 18-44 ग्रुप के लिए वैक्सीन के स्लॉट प्राइवेट अस्पतालों में बुक किए जा सकते हैं.

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