डेस्क न्यूज़: कोरोना संकट के बीच राजस्थान के दौसा में टीकाकरण के दौरान एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहाँ एक महिला लाभार्थी को 10 मिनट के भीतर टीके की दो खुराक दी गई। दरअसल, दौसा जिले में शुक्रवार को 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के कुछ केंद्रों पर मौके पर पंजीकरण कर टीके लगाए जा रहे थे। इस दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नंगल बर्सी टीकाकरण केंद्र में ऑफलाइन वैक्सीन के दौरान पूरा मामला सामने आया।
बताया जा रहा है कि खेरवाल गांव की 43 वर्षीय किरण शर्मा बेटी को लेकर टीकाकरण केंद्र पहुंची थी। किरण जैसे ही टीकाकरण केंद्र पहुंची, वहां मौजूद प्रतिनिधि ने उसे टीका लगाया। इसके बाद स्वास्थ्य कार्यकर्ता ने टीकाकरण केंद्र पर आधार कार्ड का सत्यापन शुरू किया। जांच के बाद स्वास्थ्यकर्मी ने किरण शर्मा पर दोबारा वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई।
महज 10 मिनट में दो डोज के बाद महिला अपने घर आ गई। बताया जा रहा है कि महिला को इस बात की जानकारी नहीं थी कि वैक्सीन एक बार लगेगी या दो बार। महिला ने जैसे ही घर आकर पति रामचरण शर्मा को बताया कि उसे दो बार टीका लग चुका है, परिवार के सभी सदस्य दंग रह गए।
परिवार को किरण की तबीयत की चिंता सताने लगी। हालांकि शुक्रवार दोपहर से शनिवार की सुबह तक महिला में किसी तरह का साइड इफेक्ट नहीं दिखा। फिर भी 10 मिनट में दो डोज लेने से किरण शर्मा नर्वस हैं। वह रात भर सो नहीं सकी और उन्हें हल्का बुखार है। इधर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नंगल बेरसी के स्टाफ का कहना है कि उन्होंने किसी को दो बार डोज नहीं दिया है।
सीएचसी प्रभारी डॉ नीलम मीणा ने बताया कि जब इस पूरे मामले की जांच की गई तो पता चला कि जब किरण शर्मा को टीका लगाने के लिए पिन किया गया तो खून निकल आया। जिसके बाद दस्तावेज़ सत्यापन के बाद उन्हें वापस पिंच कर टीका लगाया गया। सीएचसी प्रभारी दो बार टीका लगवाने का दावा नकारते हुए दिखाई दिए, लेकिन पीड़ित महिला से पूछताछ से ऐसा लगता है कि गलती से ही सही लेकिन महिला दो बार टीका लगवाया गया है।